क्या भारत का पहला 'रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम' रेलवे ट्रैक्स के बीच स्थापित हुआ?

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क्या भारत का पहला 'रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम' रेलवे ट्रैक्स के बीच स्थापित हुआ?

सारांश

भारतीय रेलवे ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाते हुए, रेलवे ट्रैक्स के बीच पहला रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम स्थापित किया है। यह प्रणाली न केवल ऊर्जा उत्पादन में मदद करेगी, बल्कि सस्टेनेबिलिटी की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। जानें इस अद्भुत उपलब्धि के बारे में।

Key Takeaways

  • भारतीय रेलवे ने 70 मीटर लंबा रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम स्थापित किया।
  • इसमें 28 पैनल की क्षमता 15 किलोवाट पीक है।
  • भारत ने सौर ऊर्जा में 100 गीगावट मैन्युफैक्चरिंग क्षमता हासिल की।
  • यह कदम ग्रीन और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट की दिशा में है।
  • प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रगति।

नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रेलवे ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए भारत का पहला 70 मीटर लंबा रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम स्थापित किया है। यह जानकारी केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लेटेस्ट पोस्ट के जरिए साझा की।

राज्य मंत्री बिट्टू ने एक्स हैंडल पर लिखा, "बनारस लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी ने रेलवे ट्रैक्स के बीच भारत के पहले 70 मीटर लंबे सोलर पैनल सिस्टम स्थापित किया है। यह कदम ग्रीन और सस्टेनेबल रेल ट्रांसपोर्ट की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।"

उन्होंने बताया कि इस सोलर पैनल सिस्टम में कुल 28 पैनल लगाए गए हैं, जिनकी क्षमता 15 किलोवाट पीक है।

इससे पहले यह जानकारी रेल मंत्रालय की ओर से एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दी गई थी।

इस बीच, भारत ने सौर पीवी मॉड्यूल के लिए स्वीकृत मॉडल और निर्माताओं की सूची (एएलएमएम) के तहत 100 गीगावट सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता हासिल कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त कर ली है। यह उपलब्धि 'आत्मनिर्भर भारत' की राष्ट्रीय परिकल्पना और क्लीन एनर्जी उपयोग की दिशा में परिवर्तन की वैश्विक अनिवार्यता के तहत एक मजबूत और आत्मनिर्भर सोलर मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के निर्माण में देश की तीव्र प्रगति को दर्शाती है।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "एएलएमएम के तहत 100 गीगावट सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता प्राप्त करने के साथ भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 11 वर्ष पहले 2014 में केवल 2.3 गीगावाट दर्ज की गई थी, जो कि एक महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाता है।"

केंद्रीय मंत्री जोशी ने इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को देते हुए कहा था कि पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और उच्च दक्षता वाले सोलर मॉड्यूल के लिए पीएलआई योजना जैसी परिवर्तनकारी पहलों से प्रेरित होकर हम एक मजबूत, आत्मनिर्भर सोलर मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं।

Point of View

बल्कि देश की ऊर्जा जरूरतों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रोजेक्ट सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

रिमूवेबल सोलर पैनल सिस्टम क्या है?
यह एक ऐसा सोलर पैनल सिस्टम है जिसे रेलवे ट्रैक्स के बीच स्थापित किया गया है, जिससे इसे आवश्यकता पड़ने पर हटाया या स्थानांतरित किया जा सकता है।
इस सिस्टम की क्षमता क्या है?
इस सोलर पैनल सिस्टम की कुल क्षमता 15 किलोवाट पीक है।
भारत ने सौर ऊर्जा में कौन सी उपलब्धि हासिल की है?
भारत ने 100 गीगावट सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता हासिल की है।