क्या भारतीय कंपनियों की आय पहली तिमाही में 4-6 प्रतिशत बढ़ी? फार्मा क्षेत्र ने कैसे किया शीर्ष पर?

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क्या भारतीय कंपनियों की आय पहली तिमाही में 4-6 प्रतिशत बढ़ी? फार्मा क्षेत्र ने कैसे किया शीर्ष पर?

सारांश

भारतीय कंपनियों की पहली तिमाही की आय में 4-6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। फार्मा सेक्टर ने 9-11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। जानें कौन से अन्य सेक्टरों ने भी योगदान दिया।

Key Takeaways

  • भारतीय कंपनियों की आय में 4-6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • फार्मा क्षेत्र की आय वृद्धि दर 9-11 प्रतिशत है।
  • आईटी सेवा क्षेत्र में गिरावट आई है।
  • ग्रामीण मांग ने एफएमसीजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया है।
  • एयरलाइंस की आय वृद्धि 15 प्रतिशत होने की संभावना है।

मुंबई, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय कॉरपोरेट कंपनियों की आय अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 4-6 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। यह जानकारी सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई।

क्रिसिल की रिपोर्ट में बताया गया कि फार्मास्यूटिकल्स, कम्युनिकेशन सर्विसेज, संगठित खुदरा, एल्युमीनियम और एयरलाइंस जैसे पांच सेक्टर्स ने कॉरपोरेट इंडिया की आय को बढ़ाने में सबसे अधिक योगदान किया है।

फार्मास्यूटिकल्स की आय वृद्धि दर जून तिमाही में सालाना आधार पर 9-11 प्रतिशत रही है, जो कि बीती 10 तिमाही में सबसे अधिक है। इसकी वजह निर्यात और घरेलू बाजार में मांग का बढ़ना है।

वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में ईबीआईटीडीए में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ईबीआईटीडीए मार्जिन में 0.10 प्रतिशत से लेकर 0.30 प्रतिशत गिरावट आई है।

क्रिसिल इंटेलिजेंस के निदेशक पुशन शर्मा ने कहा, "मानसून के समय से पहले आने और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण अप्रैल-जून की अवधि में कुछ क्षेत्र प्रभावित हुए हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "टैरिफ संबंधी चिंताओं से पैदा हुई भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं ने आईटी सेवा क्षेत्र को प्रभावित किया है, जिससे परियोजनाओं में देरी के कारण आय वृद्धि दर में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई है।"

अत्यधिक इन्वेंट्री की चिंताओं के बावजूद, उच्च खुदरा बिक्री, बढ़ते निर्यात और उत्पाद मिश्रण समायोजन से ऑटो सेक्टर की आय में 4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में आम चुनावों के कम आधार प्रभाव के कारण इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) कंपनियों में 6 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। अधिक महंगी सब्सक्रिप्शन योजनाओं के कारण कम्युनिकेशन सर्विसेज कंपनियों की आय में 12 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।

विमानों के कम खड़े होने और नए विमानों के जुड़ने से बढ़ी हुई वॉल्यूम के कारण एयरलाइन की आय में 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण मांग में वृद्धि ने एफएमसीजी क्षेत्र की वॉल्यूम वृद्धि को बढ़ावा दिया और इससे ट्रैक्टर क्षेत्र में आय वृद्धि दर 17 प्रतिशत रही है। खाद्य मंहगाई में नरमी, अनुकूल मानसून और रबी फसलों की अच्छी कटाई के मौसम ने ग्रामीण मांग में फिर से तेजी लाने में योगदान दिया। कम परिचालन व्यय के कारण कम्युनिकेशन सर्विसेज कंपनियों के मार्जिन में वार्षिक आधार पर 290-320 आधार अंकों की वृद्धि की संभावना है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारतीय कंपनियों की आय वृद्धि हमारे आर्थिक विकास के लिए एक सकारात्मक संकेत है। फार्मा क्षेत्र की वृद्धि दर्शाती है कि स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश बढ़ रहा है, जो समाज के लिए लाभकारी है। हमें अन्य क्षेत्रों की चुनौतियों को भी ध्यान में रखते हुए, विकास की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय कंपनियों की आय में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
भारतीय कंपनियों की आय में वृद्धि का मुख्य कारण फार्मास्यूटिकल्स, कम्युनिकेशन सर्विसेज, संगठित खुदरा और अन्य सेक्टर्स का योगदान है।
फार्मा सेक्टर की आय वृद्धि दर क्या है?
फार्मास्यूटिकल्स की आय वृद्धि दर जून तिमाही में सालाना आधार पर 9-11 प्रतिशत रही है।
क्या आईटी सेवा क्षेत्र प्रभावित हुआ है?
हाँ, भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण आईटी सेवा क्षेत्र में आय वृद्धि दर में गिरावट आई है।
ग्रामीण मांग पर क्या प्रभाव पड़ा है?
ग्रामीण मांग में वृद्धि ने एफएमसीजी क्षेत्र की वॉल्यूम वृद्धि को बढ़ावा दिया है।
कौन से अन्य सेक्टरों ने आय वृद्धि में योगदान दिया है?
एयरलाइंस, ऑटो सेक्टर, और इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण कंपनियों ने भी आय वृद्धि में योगदान दिया है।