क्या सुप्रीम कोर्ट ने एल्विश यादव को सांप के जहर से जुड़े मामले में राहत दी?

सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट ने एल्विश यादव को राहत दी है।
- ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगी है।
- एल्विश यादव ने 2016 में यूट्यूब चैनल खोला।
- वह हरियाणवी बोली के लिए जाने जाते हैं।
- अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने समन जारी किया था।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। यूट्यूब और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव को सुप्रीम कोर्ट से महत्वपूर्ण राहत मिली है। कोर्ट ने सांप के जहर से संबंधित विवादित मामले में उनके खिलाफ चल रही ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। एल्विश यादव ने अपनी याचिका में आरोप पत्र और आपराधिक कार्यवाही को चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया है।
जानकारी के अनुसार, इससे पहले, एल्विश यादव को इलाहाबाद हाईकोर्ट से निराशा मिली थी। हाईकोर्ट ने रेव पार्टी में सांपों के प्रदर्शन और इसके वीडियो बनाने को लेकर दर्ज एफआईआर की चार्जशीट को चुनौती देने वाली उनकी याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद, गाजियाबाद की सीजेएम कोर्ट ने एल्विश यादव के खिलाफ समन जारी किया था।
इसके अलावा, यह ध्यान देने योग्य है कि एल्विश यादव के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर, नोएडा के थाना सेक्टर-49 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने रेव पार्टी में सांपों का प्रदर्शन किया और इसके माध्यम से वीडियो बनाने के लिए सांपों और सांप के जहर का दुरुपयोग किया। आरोपपत्र में यह भी कहा गया है कि उन्होंने विदेशी नागरिकों को रेव पार्टियों में आमंत्रित किया और उन्हें सांप के जहर और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन कराया।
गाजियाबाद की अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम) ने इस मामले में चार्जशीट का संज्ञान लेते हुए समन जारी किया था, जिसके खिलाफ एल्विश यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली। अब सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत ने इस मामले को एक नया मोड़ दे दिया है।
14 सितंबर 1997 को हरियाणा के गुरुग्राम में जन्मे एल्विश यादव ने 2016 में अपना यूट्यूब चैनल खोला और जल्द ही सोशल मीडिया पर अपनी पहचान बना ली। एल्विश के यूट्यूब पर दो चैनल हैं- 'एल्विश यादव' और 'एल्विश यादव व्लॉग्स,' जिन पर वे मजेदार वीडियोज और रोस्टिंग वीडियोज साझा करते हैं। अपनी हरियाणवी बोली और अनोखे अंदाज की वजह से वे सोशल मीडिया पर खास पहचान बना चुके हैं।