क्या गंजेपन का उपचार आत्महत्या के जोखिम को बढ़ाता है?

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क्या गंजेपन का उपचार आत्महत्या के जोखिम को बढ़ाता है?

सारांश

गंजापन केवल आपकी शारीरिक छवि को प्रभावित नहीं करता, बल्कि नए शोध के अनुसार, गंजेपन का उपचार करने वाली दवाएं मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। जानें इसके पीछे के कारण और एक नई प्राकृतिक उपचार के बारे में।

Key Takeaways

  • गंजापन मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
  • फिनास्टराइड का उपयोग अवसाद और आत्महत्या के विचारों से जुड़ा है।
  • स्टीवियोसाइड एक प्राकृतिक उपचार हो सकता है।

नई दिल्ली, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गंजापन आपके आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है, लेकिन बालों को गिरने से रोकने के लिए जिस दवा का आप उपयोग करते हैं, वह आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी खतरे में डाल सकती है। यह निष्कर्ष हाल ही में हुए एक अध्ययन में सामने आया है।

इजरायल के एक नए शोध से पता चला है कि जो पुरुष गंजेपन का इलाज करने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं, उनमें मनोविकार और आत्महत्या के विचार सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा होते हैं।

हदास्सा-हिब्रू यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के प्रोफेसर और इस अध्ययन के नेतृत्वकर्ता डॉ. मेयर ब्रेजिस ने कहा, "अब सबूत केवल किस्से-कहानियों तक सीमित नहीं हैं। विभिन्न जनसंख्याओं में समान पैटर्न देखने को मिल रहे हैं, और इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं।"

विशेषज्ञ विश्वभर में गंजेपन के उपचार के लिए फिनास्टराइड का सुझाव देते हैं।

पशु अध्ययनों में पता चला है कि फिनास्टराइड का लंबे समय तक सेवन मस्तिष्क में सूजन और हिप्पोकैम्पस (जो कि सीखने, याददाश्त और भावनाओं का केंद्र है) में परिवर्तन ला सकता है।

एफडीए ने 2011 में इस दवा के अवसाद और 2022 में आत्महत्या के विचारों को इसके साइड इफेक्ट्स के रूप में मान्यता दी। डॉ. ब्रेजिस ने 2002 से ही इस विषय पर ध्यान दिया हुआ है।

2011 तक, विभाग (एफडीए) ने फिनास्टराइड से जुड़े 18 आत्महत्याओं की रिपोर्ट की थी, लेकिन ब्रेजिस का कहना है कि इस दवा के वैश्विक उपयोग के चलते, असली संख्या हजारों में हो सकती है।

गंजेपन से पीड़ित लोगों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि एक नए अध्ययन ने इसका एक प्राकृतिक उपचार खोज निकाला है! स्टीवियोसाइड, जो कि स्टीविया के पौधे से प्राप्त होता है, गंजेपन से निपटने का प्राकृतिक उपाय हो सकता है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि स्टीवियोसाइड को मिनोक्सिडिल के साथ मिलाने से यह त्वचा में बेहतर तरीके से समाहित होता है। एंड्रोजेनिक एलोपेसिया से ग्रस्त चूहों पर प्रयोग करने पर, इस संयोजन ने बालों के रोमों की वृद्धि को संबंधित किया, जिससे नए बाल उग आए।

यह स्वयं बाल उगाने वाली दवा नहीं है, बल्कि मौजूदा दवा मिनॉक्सिडिल को त्वचा में समाहित करने में मदद करती है। 2025 में ऑस्ट्रेलिया और चीन के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक अध्ययन में पाया गया कि स्टीवियोसाइड-आधारित माइक्रोनीडल पैच बालों की वृद्धि को 67 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। यह खोज उन लाखों लोगों के लिए एक आशीर्वाद साबित हो सकती है जो रोजाना मिनॉक्सिडिल लगाने से परेशान हैं।

Point of View

उपचार के विकल्पों पर विचार करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
NationPress
15/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या गंजेपन का उपचार मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है?
हाँ, हालिया शोध में पाया गया है कि गंजेपन का उपचार करने वाली दवाएं मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
फिनास्टराइड का क्या प्रभाव है?
फिनास्टराइड का लंबे समय तक सेवन मस्तिष्क में सूजन और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्या स्टीवियोसाइड एक प्रभावी उपचार है?
जी हाँ, स्टीवियोसाइड को मिनोक्सिडिल के साथ मिलाने से यह बालों की वृद्धि को बढ़ा सकता है।
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