क्या मानसून में त्वचा की समस्याओं का समाधान शहद में है? जानें इसके अद्भुत लाभ

सारांश
Key Takeaways
- शहद
- यह त्वचा की हाइड्रेशन को बनाए रखने में मदद करता है।
- घाव और फंगल इंफेक्शन के लिए उपयोगी है।
- सौंदर्य प्रसाधनों में सामान्य सामग्री है।
- यह त्वचा को जवान बनाए रखने में मदद करता है।
नई दिल्ली, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। बरसात का मौसम आते ही वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे हमारी त्वचा चिपचिपी महसूस होने लगती है। कभी-कभी त्वचा सूखी भी लग सकती है, और सबसे बड़ी समस्या होती है पिंपल्स, दाने या फंगल इंफेक्शन की। यदि आप अपनी त्वचा का सही तरीके से ख्याल नहीं रखते, तो चमकदार और हेल्दी स्किन केवल एक सपना बनकर रह जाती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि घर में मौजूद एक साधारण सामग्री 'शहद' आपकी त्वचा की सुरक्षा और सुंदरता को बनाए रखने में मदद कर सकती है।
अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, शहद एक गाढ़ा, मीठा तरल है जो मुख्य रूप से फ्रक्टोज और ग्लूकोज नामक प्राकृतिक शर्करा से बना होता है। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन्स, एंजाइम्स, मिनरल्स और अन्य कई पोषक तत्व भी होते हैं। लोग सदियों से अपनी त्वचा की देखभाल के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं। शहद में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण इसे मानसून की त्वचा की देखभाल के लिए आदर्श बनाते हैं। शहद लगाने से त्वचा के रोमछिद्र साफ रहते हैं, जिससे मुंहासे और फोड़े-फुंसी नहीं होते। इसमें मौजूद एक एंजाइम हाइड्रोजन पेरॉक्साइड छोड़ता है, जो कीटाणुओं को समाप्त करता है।
मानसून में अक्सर घाव या फंगल इंफेक्शन हो जाते हैं, खासकर पैरों और शरीर के गीले हिस्सों में। ऐसे में शहद को सीधे घाव या जली हुई त्वचा पर लगाने से घाव जल्दी भरता है और सूजन भी कम होती है। शहद का उपयोग पिटीरायसिस, टीनिया, सेबोरिया, डैंड्रफ, डायपर रैश, सोरायसिस, बवासीर और एनल फिशर जैसी समस्याओं के इलाज में किया जाता है।
सौंदर्य प्रसाधनों में शहद का उपयोग बहुत सामान्य है। शहद एक बेहतरीन एमोलिएंट (त्वचा को नरम करने वाला), ह्यूमेक्टेंट (नमी बनाए रखने वाला), आरामदायक और हेयर कंडीशनर है। यह त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है, झुर्रियों को कम करता है और त्वचा का पीएच संतुलन बनाए रखता है, जिससे त्वचा बीमारियों से सुरक्षित रहती है।
अब सवाल यह है कि शहद त्वचा पर कैसे काम करता है?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, शहद का काम इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस पौधे या फूल से प्राप्त हुआ है। अलग-अलग प्रकार के शहद में अलग-अलग एंटीऑक्सीडेंट, साइटोकाइन्स और मैट्रिक्स मेटालोप्रोटीन एंजाइम्स के प्रभाव देखने को मिलते हैं। ये सभी तत्व मिलकर त्वचा की मरम्मत करते हैं और घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करते हैं, विशेषकर जब त्वचा पर चोट या संक्रमण हो। यानी शहद न केवल सौंदर्य के क्षेत्र में, बल्कि चिकित्सा में भी अत्यधिक उपयोगी है।