क्या भारत और यूरोपीय संघ के बीच ब्रसेल्स में बड़ी बैठक से कई समझौते होंगे?

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क्या भारत और यूरोपीय संघ के बीच ब्रसेल्स में बड़ी बैठक से कई समझौते होंगे?

सारांश

भारत और यूरोपीय संघ के बीच ब्रसेल्स में हाल ही में हुई महत्वपूर्ण बैठक में व्यापार और सुरक्षा के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने 2025 तक के रोडमैप को पूरा करने का संकल्प लिया।

Key Takeaways

  • भारत और यूरोपीय संघ के संबंधों में मजबूती।
  • 2025 तक के रोडमैप को पूरा करने का संकल्प।
  • मुक्त व्यापार समझौते पर जल्दी काम करने की इच्छा।
  • सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का वादा।
  • नई दिल्ली में अगले वर्ष शिखर सम्मेलन की तैयारी।

ब्रसेल्स, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंध तेजी से मजबूत हो रहे हैं। १८ और १९ नवंबर को ब्रसेल्स में भारत-ईयू की ११वीं विदेश नीति और सुरक्षा परामर्श बैठक और छठी सामरिक साझेदारी समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। दोनों पक्षों ने पिछले २० वर्षों के संबंधों की समीक्षा की और २०२५ तक के रोडमैप को पूरा करने पर खुशी जताई।

बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा और ईयू की ओर से उप महासचिव ओलिवर बेली और ओलोफ स्कोग ने अगुवाई की। दोनों पक्षों ने इस वर्ष की कई महत्वपूर्ण बैठकों का स्वागत किया, जिनमें फरवरी में ईयू कमिश्नरों का भारत दौरा, जून में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का ब्रसेल्स दौरा और सितंबर में ईयू का भारत पर सामरिक एजेंडा शामिल हैं।

बातचीत में व्यापार, निवेश, सप्लाई चेन की मजबूती, ग्लोबल गेटवे परियोजना, भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा, नवाचार, विज्ञान-तकनीक, शिक्षा और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया। दोनों पक्षों ने इस वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौता पूरा करने और निवेश सुरक्षा तथा भौगोलिक संकेत समझौते में तेजी लाने की इच्छा दोहराई।

अगले वर्ष ब्रसेल्स में होने वाली भारत-ईयू व्यापार और तकनीक परिषद की बैठक का भी इंतजार है।

सुरक्षा के मोर्चे पर दोनों ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की, इंडो-पैसिफिक में शांति और खुले समुद्री रास्तों पर एकजुटता दिखाई। यूक्रेन में शांति और गाजा में तुरंत युद्धविराम की आवश्यकता पर भी सहमति बनी। दोनों पक्षों ने समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष, रक्षा उद्योग और परमाणु अप्रसार जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का वादा किया।

बैठक में अगले चरण की साझेदारी के लिए नया व्यापक सामरिक एजेंडा तैयार करने पर सहमति बनी, जिसे अगले वर्ष नई दिल्ली में होने वाले भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

सचिव संजय वर्मा ने २०-२१ नवंबर को ईयू इंडो-पैसिफिक मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भी हिस्सा लिया और समुद्री ढांचे, आर्थिक सुरक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी पर अपने विचार रखे।

कुल मिलाकर यह बैठक भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने वाली साबित हुई है। दोनों पक्ष अब अगले वर्ष के शिखर सम्मेलन की तैयारी में जुट गए हैं।

Point of View

NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत और यूरोपीय संघ के बीच क्या नए समझौतों पर चर्चा हुई?
बैठक में व्यापार, निवेश, और सुरक्षा से संबंधित कई नए समझौतों पर चर्चा की गई, जिसमें मुक्त व्यापार समझौता और भौगोलिक संकेत समझौता शामिल हैं।
बैठक में किन प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया?
बैठक में भारत की ओर से संजय वर्मा और यूरोपीय संघ की ओर से ओलिवर बेली और ओलोफ स्कोग ने भाग लिया।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार, सुरक्षा और सामरिक साझेदारी को मजबूत करना था।
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