क्या इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच 20 दक्षिण कोरियाई नागरिक सुरक्षित तुर्कमेनिस्तान पहुंचे?

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क्या इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच 20 दक्षिण कोरियाई नागरिक सुरक्षित तुर्कमेनिस्तान पहुंचे?

सारांश

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, 20 दक्षिण कोरियाई नागरिक और उनके परिवार ने सुरक्षित रूप से तुर्कमेनिस्तान की यात्रा की। जानें इस संघर्ष के पीछे की कहानी और दक्षिण कोरिया की सुरक्षा उपायों के बारे में।

Key Takeaways

  • दक्षिण कोरिया ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निकासी की योजना बनाई।
  • ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ रहा है।
  • सड़क मार्ग से निकासी में 16 घंटे का समय लगता है।
  • अधिक नागरिकों की निकासी के लिए अतिरिक्त तैयारियां चल रही हैं।
  • दूसरे देशों ने भी अपने दूतावास बंद कर नागरिकों को वापस बुलाया है।

सियोल, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इजरायल और ईरान के बीच के बढ़ते तनाव के कारण फंसे हुए 20 दक्षिण कोरियाई नागरिक और उनके परिवार के सदस्य अब सुरक्षित तुर्कमेनिस्तान पहुँच गए हैं।

दक्षिण कोरिया के ये नागरिक इजरायल और ईरान के बीच के तनाव के कारण वहां फंसे थे, जिसके चलते सभी ने सड़क मार्ग द्वारा सुरक्षित तुर्कमेनिस्तान की यात्रा की।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, 18 दक्षिण कोरियाई और उनके दो ईरानी परिवार के सदस्यों ने मंगलवार सुबह (स्थानीय समय) सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहनों के जरिए सीमा पार की और अगले दिन तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात पहुंचे।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी सीमा का यह सड़क मार्ग लगभग 1,200 किलोमीटर लंबा है और बिना रुके बस से यात्रा करने में करीब 16 घंटे लगते हैं। सियोल से एक रैपिड रिस्पांस टीम तुर्कमेनिस्तान में मौजूद थी, जो निकासी में सहायता कर रही थी।

पिछले शुक्रवार तक ईरान में लगभग 110 दक्षिण कोरियाई नागरिकों के होने का अनुमान था, जब इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले शुरू किए थे।

मंत्रालय ने यह भी बताया कि अतिरिक्त निकासी की तैयारियां भी चल रही हैं।

इजरायल और ईरान के बीच बड़े पैमाने पर हवाई हमलों के कारण दक्षिण कोरिया सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विकल्पों पर विचार कर रही है।

मंत्रालय ने कहा, "इस सप्ताह दोनों पक्षों के बीच सैन्य हमलों के कारण हमारे नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ रही है और ईरान के हवाई क्षेत्र के बंद होने के कारण हमने अपने नागरिकों को सड़क मार्ग से ईरान से निकालने का फैसला किया है।"

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, कई देश मध्य पूर्व क्षेत्र से अपने दूतावास बंद कर रहे हैं और अपने नागरिकों को या तो उनके देश वापस बुला रहे हैं या आसपास के देशों में स्थानांतरित कर रहे हैं।

इससे पहले दिन में ईरान के एक बैलिस्टिक मिसाइल हमले ने इजरायल के बीयरशेबा में स्थित सोरोका अस्पताल को निशाना बनाया था, जिसमें कई मरीज, डॉक्टर और कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।

दोनों देशों के बीच यह संघर्ष सातवें दिन में प्रवेश कर चुका है।

इजरायल विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "बीयरशेबा में स्थित सोरोका अस्पताल पर ईरान के एक बैलिस्टिक मिसाइल ने हमला किया, जहां यहूदी, मुस्लिम, ईसाई और अरब लोग इलाज करवाते हैं। इजरायल अपने सभी लोगों की सुरक्षा के लिए जो करना चाहिए, वह करना जारी रखेगा।"

इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के अनुसार, ईरान ने गुरुवार को इजरायल पर लगभग 30 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से एक ने बीयरशेबा के अस्पताल को निशाना बनाया।

Point of View

बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन सकता है। हमें उम्मीद है कि सभी नागरिक सुरक्षित रहेंगे।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

दक्षिण कोरिया के नागरिकों को तुर्कमेनिस्तान कैसे निकाला गया?
दक्षिण कोरिया के नागरिकों को सड़क मार्ग द्वारा निकाला गया, जो लगभग 1200 किलोमीटर लंबा था।
क्या ईरान में अभी भी दक्षिण कोरियाई नागरिक हैं?
हाँ, पिछले शुक्रवार तक ईरान में लगभग 110 दक्षिण कोरियाई नागरिकों के होने का अनुमान था।