क्या हूती समूह इजरायल के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रखेगा?

सारांश
Key Takeaways
- हूती समूह ने इजरायल के खिलाफ सैन्य अभियान जारी रखने की घोषणा की है।
- संघर्ष विराम की स्थिति में भी इन अभियानों की निरंतरता है।
- ईरान और इजरायल के बीच चल रहा तनाव बढ़ रहा है।
- अमेरिका का हस्तक्षेप क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर रहा है।
- स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस संघर्ष का गहरा असर पड़ेगा।
अदन, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। यमन का हूती समूह ने यह स्पष्ट किया है कि वह इजरायल के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों को जारी रखेगा। इस समूह का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ घंटे बाद आया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, हूती राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद अल-बुखैती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में इस बात की पुष्टि की।
अल-बुखैती ने कहा, "अमेरिका और इजरायल द्वारा ईरान के साथ संघर्ष विराम स्वीकार करना यह दर्शाता है कि केवल सैन्य बल ही उनकी समझ की भाषा है।"
हूती अधिकारी ने जोर देकर कहा कि समूह के इजरायल के खिलाफ सैन्य अभियान तब तक जारी रहेंगे, जब तक गाजा पर हमला समाप्त नहीं होता और घेराबंदी नहीं हटाई जाती।
१३ जून को, इजरायल ने ईरान के विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे। ये हमले परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए, जिसमें वरिष्ठ कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और नागरिक हताहत हुए। इसके उत्तर में, ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिससे कई लोग प्रभावित हुए और भारी नुकसान हुआ।
शनिवार को, अमेरिकी वायु सेना ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फाहान पर बमबारी की। इसके जवाब में, ईरान ने सोमवार को कतर में अमेरिकी अल उदेद एयर बेस पर मिसाइलों से हमला किया।
ईरान के हमले के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम मंगलवार सुबह (स्थानीय समयानुसार ९:३०) से प्रभावी होगा। ईरान और इजरायल दोनों ने बाद में संघर्ष विराम शुरू होने की पुष्टि की।
ट्रंप द्वारा 'सीजफायर लागू' होने की घोषणा और इसे न तोड़ने की अपील के बीच, इजरायल ने युद्धविराम प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और कहा कि उसने ईरान के साथ अमेरिका के द्विपक्षीय युद्धविराम को मान्यता दी है।
इजरायल ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, "वह ईरान के साथ द्विपक्षीय युद्धविराम के लिए अमेरिका के प्रस्ताव पर सहमत है और उल्लंघन होने पर सख्त जवाब देगा।"
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि "प्रधानमंत्री ने कैबिनेट, रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और मोसाद प्रमुख के साथ एक बैठक की। इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है।"