क्या ईरान सिर्फ इजरायल के लिए, या पूरी दुनिया के लिए खतरा है? : कोबी शोषानी

सारांश
Key Takeaways
- ईरान की आक्रामकता वैश्विक शांति के लिए खतरा है।
- इजरायल की वायुसेना सही समय पर जवाब दे रही है।
- ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होने की आवश्यकता है।
- मध्य पूर्व का भू-राजनीतिक परिवेश बदल रहा है।
मुंबई, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के महावाणिज्य दूत कोबी शोषानी ने ईरान की हालिया आक्रामक गतिविधियों की कड़ी निंदा करते हुए चेतावनी दी है कि यह मौजूदा संघर्ष मध्य पूर्व के भू-राजनीतिक परिदृश्य को पूरी तरह से बदल सकता है। इजरायल का मानना है कि ईरान पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में शोषानी ने कहा, “हम इस युद्ध के पांचवे दिन में प्रवेश कर चुके हैं। इजरायली वायुसेना प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई कर रही है और ईरान के सैन्य व रणनीतिक ठिकानों को निशाना बना रही है।”
उन्होंने बताया कि ईरान समर्थित समूहों ने इजरायल के नागरिक क्षेत्रों पर रॉकेट हमले किए हैं, जिससे भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, “यह केवल एक सैन्य संघर्ष नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए एक परिवर्तनकारी क्षण है।”
उन्होंने कहा, “ईरान की परमाणु शक्ति बनने की कोशिश न केवल इजरायल, बल्कि पूरे मध्य पूर्व और वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ईरान परमाणु शक्ति बनता है, तो इसके परिणाम विनाशकारी होंगे। उन्होंने कहा, “अमेरिका जैसी महाशक्तियां मध्यस्थता का प्रयास कर रही हैं, लेकिन ईरान को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाएं त्यागनी होंगी।”
उन्होंने कहा कि यह संकट तेजी से गंभीर होता जा रहा है और इसके प्रभाव जल्द ही सामने आएंगे। अब हम कूटनीतिक शिष्टाचार के दौर से आगे निकल चुके हैं। इसका असर पूरे विश्व पर पड़ेगा। यूरोप और पश्चिमी देशों में ईरान को लेकर एक व्यापक सहमति बन रही है कि वह क्षेत्रीय अस्थिरता फैला रहा है। उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि ईरान इस क्षेत्र को अस्थिर करने का काम कर रहा है।”
इस दौरान, इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ईरान की "आतंक और अस्थिरता फैलाने वाली नीति" के खिलाफ एकजुटता दिखाने की अपील की है।