क्या पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से 883 लोगों की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश ने 883 लोगों की जान ली।
- 1,200 लोग घायल हुए हैं।
- खैबर-पख्तूनख्वा और पंजाब सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
- बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राहत कार्य में जुटा है।
इस्लामाबाद, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान में जून के अंत से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हर जगह तबाही मचाई है। इस मानसून के मौसम में हुए हादसों में अब तक 883 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 1,200 लोग घायल हुए हैं।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि बुधवार रात से बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो और बच्चे मारे गए हैं। इनमें से एक की मौत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हुई, जबकि दूसरे ने इस्लामाबाद में दम तोड़ा।
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने चेतावनी दी है कि ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश लाहौर, गुजरांवाला, रावलपिंडी और इस्लामाबाद में शहरी बाढ़ का कारण बन सकती है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने अपने राष्ट्रीय आपात संचालन केंद्र (एनईओसी) के जरिए अगले 12 से 24 घंटों में पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में संभावित बारिश की चेतावनी जारी की है। खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) और पंजाब प्रांतों को बारिश से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केपी में 488 लोग मारे गए हैं और 360 लोग घायल हुए हैं।
प्रमुख पाकिस्तानी दैनिक द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सिंध में 58, पीओजीबी में 41, पीओके में 38, बलूचिस्तान में 26 और इस्लामाबाद में 9 लोग मारे गए हैं।
पीएमडी ने चेतावनी दी है कि पंजाब के गंदा सिंह वाला क्षेत्र में सतलुज नदी में बाढ़ का स्तर अत्यधिक ऊंचा बना रहेगा, जबकि चिनाब नदी में एक नई बाढ़ पंजाब के मराला से नीचे की ओर पहुंच सकती है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पंजनद नदी (जहां चिनाब, रावी और सतलुज नदियां मिलती हैं) के जलस्तर में 4 और 5 सितंबर के बीच वृद्धि होने की संभावना है, जिससे हजारों एकड़ कृषि भूमि और सैकड़ों गांवों को गंभीर खतरा हो सकता है।
सिंध प्रांत के गुड्डू में सिंधु नदी में भी 6 या 7 सितंबर तक बाढ़ खतरनाक स्तर तक पहुंचने की आशंका है। पीएमडी के अधिकारियों ने पंजाब, केपी, पीओजीबी और पीओके के लिए बारिश की चेतावनी जारी की है।
चित्राल, दीर, स्वात, बुनेर और एबटाबाद सहित केपी के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। अधिकारियों ने निचले क्षेत्रों में बाढ़ की भी चेतावनी दी है, साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में नदियों के उफान और भूस्खलन का खतरा भी व्यक्त किया है।
पीडीएमए के अनुसार, चिनाब नदी से आई बाढ़ ने पंजाब के झांग में 261 गांवों और मुजफ्फरगढ़ में कम से कम 24 गांवों को जलमग्न कर दिया है। बाढ़ के प्रचंड बहाव ने 9,200 से अधिक घरों को नष्ट कर दिया है, जिनमें से 4,700 केपी में और 2,100 पीओके में हैं। 6,000 से अधिक मवेशी बह गए हैं।
इस आपदा ने पूरे पाकिस्तान में लगभग 240 पुलों और 670 किलोमीटर से अधिक सड़कों को भी नुकसान पहुंचाया है।