क्या पुतिन ने राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी?

सारांश
Key Takeaways
- पुतिन का बधाई संदेश भारत की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति को मजबूत करता है।
- भारत की सफलताएं विभिन्न क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त हैं।
- भारत-रूस संबंधों में और मजबूती की आवश्यकता है।
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- भारत को वैश्विक मंच पर उचित सम्मान प्राप्त है।
मास्को, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संदेश में भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत ने सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी सहित अनेक क्षेत्रों में स्वीकृत सफलताओं को प्राप्त किया है। रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत का पूरी दुनिया में सम्मान है और वह अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पुतिन ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को भेजे संदेश में कहा, "भारत ने सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त सफलताएं हासिल की हैं। आपके देश को वैश्विक मंच पर उचित सम्मान प्राप्त है और अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे के तहत आने वाले प्रमुख मुद्दों के समाधान में भारत सक्रिय रूप से योगदान देता है।"
उन्होंने आगे लिखा, "हम भारत के साथ अपनी विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को अत्यधिक महत्व देते हैं। मुझे विश्वास है कि, हमारे संयुक्त प्रयासों के माध्यम से, हम विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाते रहेंगे। यह हमारे मित्रवत व्यवहार और दोनों देशों के लोगों के हितों से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर दोनों देशों की सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करने में मदद करेगा।"
रूस के राष्ट्रपति ने भारत को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं, जब टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बहस जारी है।
ज्ञात हो कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच शुक्रवार को अलास्का में बैठक होने जा रही है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध के समाप्ति पर ध्यान देना है। यदि यह बैठक अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होती है, तो भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ से बचा जा सकता है। हालांकि, पुतिन-ट्रंप की इस बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की शामिल नहीं होंगे।
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारत को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उन्होंने भविष्य में दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के महत्व की चर्चा की। भारत और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक संबंध का उल्लेख करते हुए मार्को रुबियो ने कहा, "दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच ऐतिहासिक संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण और दूरगामी हैं।"