क्या शी चिनफिंग ने पड़ोसी देशों के साथ मिलकर 'पांच बड़े घर' बनाने का प्रस्ताव रखा?

सारांश
Key Takeaways
- चीन ने 'पांच बड़े घर' का प्रस्ताव दिया है।
- यह प्रस्ताव शांति और समृद्धि का प्रतीक है।
- पड़ोसी देशों के साथ सहयोग के नए अवसर।
- पर्यावरण प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन का सामना।
- सांस्कृतिक संपर्क और संवाद को बढ़ावा देना।
बीजिंग, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चीन दुनिया का सबसे अधिक पड़ोसी रखने वाला देश है। चीन अपने पड़ोसी देशों के साथ नए प्रकार के रिश्ते स्थापित कर रहा है, जिसमें 'पांच बड़े घर' का निर्माण करना और एक अच्छा जीवन जीना शामिल है।
चीन के सर्वोच्च नेता शी चिनफिंग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि चीन और उसके पड़ोसी देशों के लोग एक उत्तम जीवन जी सकें और क्षेत्र को अधिक स्थिर और समृद्ध बनाया जा सके, 'पांच बड़े घर' बनाने का प्रस्ताव रखा। यह एक शांतिपूर्ण घर है, जहां सभी मुद्दों पर चर्चा की जा सके, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को सुलझाया जा सके और लड़ाई से बचा जा सके।
एक सुरक्षित घर जहां हम सभी मिलकर ऑनलाइन धोखाधड़ी, संक्रामक रोगों और आतंकवाद जैसे खतरों का सामना कर सकते हैं। एक समृद्ध घर जहां अधिक व्यापार किया जा सकता है और विकास के लाभांश से सभी पड़ोसी लाभान्वित हो सकते हैं। एक सुंदर घर, जहां हम पर्यावरण प्रबंधन के लिए सहयोग करें, जलवायु परिवर्तन का सामना करें, और आने वाली पीढ़ियों के लिए हरे-भरे पहाड़ और स्वच्छ जल छोड़ें। एक मैत्रीपूर्ण घर, जहां अधिक संवाद और सांस्कृतिक संपर्क होता है।
चीन ने इन पांच बड़े घरों के निर्माण के लिए कई पहलों की शुरुआत की है। मेकांग नदी पर व्यापारिक जहाजों की संयुक्त गश्त, चीन-लाओस रेलवे द्वारा सीमा पार पर्यटन को बढ़ावा, चीन और वियतनाम के बीच समुद्री सीमा का सफल सीमांकन, और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच युवा वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान कार्यक्रम जैसे प्रयास किए जा रहे हैं।
चीन अपने पड़ोसी देशों के साथ शांति की रक्षा करने, सुरक्षा बनाए रखने, विकास की खोज करने, पर्यावरण की रक्षा करने, और मैत्री को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रहा है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)