क्या अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए अनुष्ठान किया जा रहा है?

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क्या अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए अनुष्ठान किया जा रहा है?

सारांश

अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में सवा लाख बार मंत्र जाप किया जा रहा है। जानिए इस अनुष्ठान के पीछे की कहानी और स्थानीय लोगों की भावनाएँ।

Key Takeaways

  • अहमदाबाद के हनुमान मंदिर में विशेष अनुष्ठान चल रहा है।
  • सवा लाख बार मंत्र जाप किया जा रहा है।
  • यह अनुष्ठान विमान हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए है।
  • स्थानीय लोगों ने इस अनुष्ठान में सक्रिय भागीदारी की है।
  • दुर्घटना स्थल से कई महत्वपूर्ण सामान मिले हैं।

अहमदाबाद, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के अहमदाबाद में एक विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों के लिए एक विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। शहर के शिव चेतन हनुमान मंदिर में पिछले तीन दिनों से विशेष मंत्र जाप चल रहा है। यह मंदिर हादसे की जगह से केवल 300 मीटर की दूरी पर स्थित है, जहाँ "ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का सवा लाख बार जप किया जा रहा है।

इस आध्यात्मिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य उन लोगों की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करना है, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जान गंवाई। 18 जून की शाम तक लगातार जाप और सवा लाख आहुतियों के साथ यह अनुष्ठान संपन्न किया जाएगा। इसके बाद मंदिर परिसर में एक शोक सभा का आयोजन भी किया जाएगा।

स्थानीय निवासी महेश ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि उन्होंने तीन दिन का अनुष्ठान किया है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनके लिए सवा लाख बार मंत्रों का जाप किया जा रहा है। शुक्रवार को मंदिर परिसर में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा। महेश ने कहा, "जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, हम मंदिर में थे। घटनास्थल पर हमने करीब 40-50 शव निकाले। हमें लगा कि उनकी आत्मा की शांति के लिए हमें अनुष्ठान करना चाहिए। हम 16 जून से 18 जून की शाम तक सवा लाख बार मंत्रों का जाप पूरा कर रहे हैं।"

इसी बीच, अहमदाबाद में जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां बड़ी संख्या में यात्रियों के पासपोर्ट, मोबाइल, लैपटॉप, आईकार्ड के साथ-साथ नकद और गहने भी मिले। राजू पटेल नामक एक स्थानीय व्यक्ति ने घटनास्थल से मिली सभी चीजों को पुलिस के हवाले कर दिया।

राजू पटेल ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, हम 15 मिनट बाद वहां पहुंचे थे। दृश्य बहुत भयावह था। लोगों के शव पूरी तरह से जल चुके थे। बचाव के दौरान दो घंटे तक हमने पुलिस और प्रशासन की मदद की। मौके से हमें कई पासपोर्ट मिले। लगभग 50-60 हजार रुपये नकद मिले। हमें करीब 90 तोला सोना मिला। यात्रियों के बैग में मोबाइल, लैपटॉप, और आईकार्ड थे। सभी सामान इकट्ठा कर हमने अधिकारियों को सौंप दिया।"

Point of View

यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज की एकजुटता और संवेदनशीलता का भी उदाहरण है। जब किसी समुदाय पर इस तरह का संकट आता है, तो ऐसे आयोजनों से लोगों में एकजुटता और सहानुभूति का संदेश फैलता है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

हनुमान मंदिर में अनुष्ठान कब शुरू हुआ?
अनुष्ठान 16 जून से शुरू हुआ और 18 जून की शाम तक चलेगा।
इस अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करना है।
क्या इस अनुष्ठान में कोई विशेष मंत्र का जाप किया जा रहा है?
हाँ, 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का सवा लाख बार जाप किया जा रहा है।
क्या शोक सभा का आयोजन किया जाएगा?
जी हाँ, अनुष्ठान के बाद मंदिर परिसर में शोक सभा का आयोजन किया जाएगा।
हादसे के बाद क्या सामान मिला था?
हादसे के बाद यात्रियों के पासपोर्ट, मोबाइल, लैपटॉप, नकद और गहने मिले।