क्या बिहार में राहुल गांधी की 'यात्रा' का प्रभाव आज भी महसूस होता है?: अशोक गहलोत

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क्या बिहार में राहुल गांधी की 'यात्रा' का प्रभाव आज भी महसूस होता है?: अशोक गहलोत

सारांश

क्या बिहार में राहुल गांधी की 'यात्रा' का प्रभाव आज भी महसूस होता है? कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बिहार विधानसभा चुनावों में महागठबंधन के पक्ष में माहौल की चर्चा की। जानें गहलोत का क्या कहना है और बिहार की राजनीति में क्या बदलाव आ सकता है।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी की यात्रा का असर आज भी महसूस किया जा रहा है।
  • महागठबंधन का माहौल मजबूत है।
  • तेजस्वी यादव की लोकप्रियता बढ़ी है।
  • गहलोत ने एनडीए के झूठे वादों की आलोचना की।
  • चुनाव आयोग को सभी दलों से परामर्श करना चाहिए।

जयपुर, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि बिहार में राहुल गांधी की 'यात्रा' का असर आज भी महसूस किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि एक सर्वेक्षण के अनुसार तेजस्वी यादव सीएम चेहरे के रूप में नीतीश कुमार से दोगुने लोकप्रिय हैं और प्रशांत किशोर से भी आगे हैं। वहां चुनाव बेहद प्रभावशाली तरीके से लड़ा जा रहा है।

गहलोत ने कहा कि आज बिहार में माहौल महागठबंधन के पक्ष में है। नीतीश कुमार कभी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, लेकिन अब उनकी स्थिति ऐसी है कि भाजपा उनके चेहरे का उपयोग जनता को भ्रमित करने के लिए कर रही है। इसीलिए कल घोषणापत्र लॉन्च के समय नीतीश कुमार केवल 26 सेकंड तक रुके और चले गए।

राजस्थान अंता उपचुनाव पर चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि अंता उपचुनाव अच्छा होगा, और हमारा उम्मीदवार मजबूत है।

विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर ईसीआई की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए, गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग को सभी राजनीतिक दलों से परामर्श करना चाहिए था, चर्चा करनी चाहिए थी और उनका सहयोग लेना चाहिए था। 20 साल पहले भी, जब एसआईआर आयोजित किया गया था, तो प्रक्रिया सुचारू रूप से हुई थी।

गहलोत ने सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि 50 हजार करोड़ के निवेश की बात करना केवल एक कल्पना है। क्या कोई एमओयू साइन हुआ है? यह आंकड़ा जनता को भ्रमित करने के लिए हवा में उछाला गया है। उन्होंने कहा कि एनडीए का पूरा अभियान झूठ और दिखावे पर आधारित है।

उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है, तो मेनिफेस्टो जारी करने की जिम्मेदारी उन्हें क्यों नहीं दी गई? क्या वह अब ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि जनता के सामने आकर घोषणापत्र पढ़ सकें?

महागठबंधन के वादों को लेकर गहलोत ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव जीतने के बाद मेनिफेस्टो को सबसे पहले कैबिनेट में मंजूरी दिलाएगी। उन्होंने कहा कि हम जो वादे जनता से करते हैं, उन्हें निभाएंगे, और यही हमारी राजनीति की पहचान है।

वहीं, इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर गहलोत ने कहा कि हम दोनों को नमन करते हैं।

Point of View

NationPress
02/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या राहुल गांधी की यात्रा का असर चुनावों पर पड़ेगा?
हां, अशोक गहलोत के अनुसार, राहुल गांधी की यात्रा का असर बिहार विधानसभा चुनावों में महसूस किया जा सकता है।
तेजस्वी यादव की लोकप्रियता किसके मुकाबले है?
तेजस्वी यादव की लोकप्रियता नीतीश कुमार से दोगुनी है, जैसा कि गहलोत के बयान से स्पष्ट होता है।
महागठबंधन का माहौल कैसा है?
गहलोत का कहना है कि आज बिहार में माहौल महागठबंधन के पक्ष में है।
गहलोत ने सम्राट चौधरी पर क्या आरोप लगाए?
गहलोत ने कहा कि सम्राट चौधरी द्वारा 50 हजार करोड़ के निवेश की बात करना केवल एक कल्पना है।
गहलोत का चुनाव आयोग के बारे में क्या कहना है?
गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग को सभी दलों से परामर्श करना चाहिए था।