क्या ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री और उनके बेटे के ठिकानों पर छापा मारा?

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क्या ईडी ने तमिलनाडु के मंत्री और उनके बेटे के ठिकानों पर छापा मारा?

सारांश

तमिलनाडु में प्रवर्तन निदेशालय ने एक महत्वपूर्ण छापेमारी की, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए। यह कार्रवाई पंचायत राज और ग्रामीण विकास मंत्री आई पेरियासामी और उनके बेटे आईपी सेंथिल कुमार से जुड़ी है। जानें इस मामले के पीछे की कहानी और ईडी की कार्रवाई का महत्व।

Key Takeaways

  • ईडी की छापेमारी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
  • जब्त किए गए दस्तावेज और डिजिटल उपकरण की जांच चल रही है।
  • यह कार्रवाई पंचायत राज और ग्रामीण विकास मंत्रालय से संबंधित है।
  • मामले में कानूनी कार्रवाई की संभावना बनी हुई है।
  • राजनीतिक भ्रष्टाचार पर नजर बनी हुई है।

चेन्नई, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तमिलनाडु के विभिन्न स्थानों पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। ये छापे डिंडीगुल और चेन्नई में उन ठिकानों पर मारे गए, जो पंचायत राज और ग्रामीण विकास मंत्री आई पेरियासामी, उनके बेटे आईपी सेंथिल कुमार और पालानी विधानसभा क्षेत्र के अन्य सदस्यों से जुड़े थे।

यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई, और यह मामला इन व्यक्तियों की आय से अधिक संपत्ति से संबंधित है।

ईडी की टीमों ने इन स्थानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं, जो अचल संपत्तियों, निवेश और अन्य लेन-देन से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए हैं, जिनमें कंप्यूटर, मोबाइल, पेन ड्राइव और अन्य डिवाइस शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की गहन जांच की जाएगी। इसके आधार पर ईडी अगली कार्रवाई की दिशा तय करेगी।

यदि संपत्तियों और लेन-देन में अनियमितताएं पाई गईं, तो आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

ईडी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के माध्यम से इस छापेमारी की पुष्टि की है।

डीवीएसी द्वारा दायर आरोपपत्र के अनुसार, पेरियासामी और उनके परिवार के पास लगभग 2 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति थी। आरोपपत्र में आरोप लगाया गया है कि पेरियासामी ने राजस्व और जेल मंत्री रहते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी। विशेष न्यायालय, डिंडीगल ने पेरियासामी और उनके परिवार को बरी कर दिया था।

हालांकि, डीवीएसी की अपील पर, मद्रास उच्च न्यायालय ने अप्रैल 2025 में बरी करने के आदेश को रद्द कर दिया और विशेष न्यायालय को निर्देश दिया कि वह मुकदमा चलाए और उसे जल्द पूरा करे।

हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने 18 अगस्त को विशेष न्यायालय, डिंडीगल के समक्ष मुकदमे पर रोक लगा दी।

तलाशी कार्रवाई के कारण आईपी सेंथिल कुमार और पेरियासामी के आवासों तथा मेसर्स इरुलप्पा मिल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय परिसर से संपत्तियों और निवेश से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए, जिसमें आई पेरियासामी और उनके छोटे बेटे पी. प्रभु निदेशक हैं।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम ईडी की कार्रवाई को सही परिप्रेक्ष्य में देखें। यह जांच न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संकेत है, बल्कि इसे जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप भी होना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी आरोपियों को न्याय मिले, और यह प्रक्रिया पारदर्शी हो।
NationPress
18/08/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने किन ठिकानों पर छापेमारी की?
ईडी ने डिंडीगुल और चेन्नई में पंचायत राज और ग्रामीण विकास मंत्री आई पेरियासामी और उनके बेटे के ठिकानों पर छापेमारी की।
इस छापेमारी का कारण क्या है?
यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की गई है, जो इन व्यक्तियों की आय से अधिक संपत्ति से संबंधित है।
क्या छापेमारी के दौरान कुछ जब्त किया गया?
जी हां, छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं।
क्या इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है?
इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।
मद्रास उच्च न्यायालय का क्या फैसला था?
मद्रास उच्च न्यायालय ने बरी करने के आदेश को रद्द किया और विशेष न्यायालय को निर्देश दिया कि वह मुकदमा चलाए।