क्या गोरखपुर में ‘साहित्यिक महाकुंभ’ का शुभारंभ करेंगे सीएम योगी?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- गोरखपुर पुस्तक महोत्सव का आयोजन 1 से 9 नवंबर तक होगा।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन करेंगे।
- 100 से अधिक प्रकाशकों द्वारा 200 से अधिक पुस्तकों के स्टॉल लगेंगे।
- बच्चों के लिए रोचक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।
- सांस्कृतिक संध्याओं में कला और संगीत का प्रदर्शन होगा।
गोरखपुर, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रयागराज में धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का अद्वितीय महाकुंभ सबकी यादों में बसा है। अब ‘साहित्यिक महाकुंभ’ का आयोजन हो रहा है। यह कार्यक्रम गोरखपुर पुस्तक महोत्सव के रूप में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। यह महोत्सव 1 नवंबर से 9 नवंबर तक चलेगा और इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को करेंगे।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में ‘प्रथम गोरखपुर पुस्तक महोत्सव’ का आयोजन नेशनल बुक ट्रस्ट (राष्ट्रीय पुस्तक न्यास) द्वारा किया जा रहा है। यह कार्यक्रम नगर की गहन आध्यात्मिक, कलात्मक और साहित्यिक विरासत का एक भव्य उत्सव होगा। पुस्तक महोत्सव में आम लोग प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक शामिल हो सकेंगे और प्रवेश निशुल्क होगा। इस महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे, गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहेंगे।
नेशनल बुक ट्रस्ट के निदेशक युवराज मलिक ने बताया कि इस पुस्तक महोत्सव में 100 से अधिक प्रकाशकों द्वारा 200 से भी अधिक पुस्तकों के स्टॉल लगेंगे, जहां हिंदी, अंग्रेजी और विभिन्न भारतीय भाषाओं की हजारों पुस्तकें प्रदर्शित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, बाल मंडप और साहित्यिक मंच पर प्रसिद्ध लेखकों के साथ संवाद, कार्यशालाएं और चर्चाएं भी होंगी।
बाल मंडप में बच्चों के लिए कई रोचक गतिविधियाँ होंगी, जैसे कहानी सत्र, कठपुतली शो, आर्ट एंड क्राफ्ट वर्कशॉप, चित्रांकन, ओरिगेमी और क्ले आर्ट, सुलेख और रंगमंच कार्यशालाएं, जिससे बच्चे पुस्तकों की दुनिया से आनंदपूर्वक जुड़ सकें।
साहित्यिक मंच पर गोरखपुर और प्रदेश के अन्य हिस्सों की कई जानी-मानी साहित्यिक हस्तियों को सुनने का अवसर मिलेगा, जिनमें डाॅ. मनोरमा मिश्रा, डाॅ. रामदेव शुक्ल, व्यमोश शुक्ल, आशा प्रभात, डाॅ. निधि अग्रवाल, उमा, डाॅ. सत्या सिंह, अरविंद त्रिपाठी, अमित कुमार, सुनीता अबाबील और सुभाष यादव शामिल हैं।
सांस्कृतिक संध्याओं में भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम होंगे, जिसमें बिरजू महाराज कथक संस्थान के कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्य और गायन, कव्वाली, और फोक क्वीन ऑफ इंडिया मालिनी अवस्थी की विशेष प्रस्तुति शामिल है। इसके अलावा, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) का नाटक, सूफी एवं बॉलीवुड फ्यूजन म्यूजिक, कवि सम्मेलन, और ‘द युवाम प्रोजेक्ट’ के साथ एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन होगा, जिससे यह महोत्सव साहित्य, कला और संस्कृति का भव्य उत्सव बन जाएगा।
दर्शक यहाँ ‘राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय’ का अनुभव भी ले सकेंगे, जहां 3,000 से अधिक ई-पुस्तकों तक निशुल्क पहुँच होगी। यह पारंपरिक पढ़ने की आदत का डिजिटल ज्ञान की दुनिया के साथ सुंदर समन्वय होगा।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            