क्या जम्मू-कश्मीर में दो जवान लापता हैं? खराब मौसम से प्रभावित सर्च ऑपरेशन

Click to start listening
क्या जम्मू-कश्मीर में दो जवान लापता हैं? खराब मौसम से प्रभावित सर्च ऑपरेशन

सारांश

जम्मू-कश्मीर के कोकेरनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान दो सैनिक लापता हो गए हैं। खराब मौसम ने उनकी खोज को कठिन बना दिया है। जानिए पूरा मामला।

Key Takeaways

  • दो जवान लापता हुए हैं
  • खराब मौसम से सर्च ऑपरेशन प्रभावित
  • बर्फबारी ने खोज में बाधा डाली है
  • सेना और पुलिस मिलकर तलाशी अभियान चला रहे हैं

श्रीनगर, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना ने बुधवार को जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान दो सैनिक लापता हो गए हैं और खराब मौसम के कारण उनकी खोज में चल रही गहन तलाशी में बाधा उत्पन्न हुई है।

इस ऑपरेशन के दौरान कोकरनाग के पर्वतीय क्षेत्रों में दो सैन्यकर्मी अपनी टीम से संपर्क खो बैठे हैं।

6 और 7 अक्टूबर की रात को किश्तवाड़ रेंज में एक ऑपरेशनल टीम को दक्षिण कश्मीर के पहाड़ों में भयंकर बर्फीले तूफान और बर्फीली हवाओं का सामना करना पड़ा। तब से दोनों सैनिकों का संपर्क टूट गया है। गहन खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया है, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण इसमें बाधा आ रही है।

एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सैनिकों का पता लगाने के लिए घने जंगल वाले इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया था, जो पिछले दो दिनों से क्षेत्र में खराब मौसम के कारण शायद अपनी टीम से संपर्क खो बैठे।

सूत्र ने कहा कि हाल की बर्फबारी के कारण खराब दृश्यता और दुर्गम इलाके के कारण दोनों सैनिक अपनी टीम से भटक गए।

ये सैनिक उस छोटी टीम का हिस्सा थे जिसने मंगलवार को इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था।

तब से, उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। तलाशी अभियान में जमीनी सैनिकों की सहायता के लिए हेलीकॉप्टरों को भी लगाया गया है।

सूत्र ने आगे बताया कि दोनों जवानों का पता लगाने के लिए सेना, अन्य सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस जंगलों में तलाशी अभियान चला रही है।

सेना, अन्य सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस सहित संयुक्त बल, केंद्र शासित प्रदेश में आतंक के पूरे तंत्र को ध्वस्त करने के लिए आतंकवादियों, उनके सक्रिय कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू), और समर्थकों के खिलाफ आक्रामक आतंकवाद-रोधी अभियान चला रहे हैं।

केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश दोनों की सुरक्षा एजेंसियां, नशीली दवाओं की तस्करी और तस्करी में शामिल लोगों के अलावा, आतंकवादियों, उनके सक्रिय कार्यकर्ताओं और समर्थकों की संपत्तियां जब्त कर रही हैं।

Point of View

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि हमारे जवान अपनी जान की परवाह किए बिना देश की सुरक्षा में जुटे हैं। हमें उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलना चाहिए।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

जवान कब लापता हुए?
युवक 6 और 7 अक्टूबर की रात को लापता हुए।
खोज अभियान में क्या समस्याएँ आ रही हैं?
खराब मौसम और बर्फबारी के कारण खोज अभियान प्रभावित हो रहा है।
सेना ने क्या कदम उठाए हैं?
सेना और अन्य सुरक्षा बल लापता जवानों की खोज के लिए विशेष अभियान चला रहे हैं।