क्या लालू यादव को अपनों के अलावा कोई और नहीं मिलता?

सारांश
Key Takeaways
- राजद की परिवारवादी राजनीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान विवाद का केंद्र बना।
- गिरिराज सिंह ने लालू यादव की स्थिति पर कड़ी आलोचना की।
पटना, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा 'जमाई आयोग' बनाए जाने की बात पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने टिप्पणी की है कि राजद एक परिवार की पार्टी है। राजद की स्थिति यह है कि एक चोर चोरी के खिलाफ बोल रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लालू यादव को कोई यादव परिवार नहीं मिला जो उनकी जगह मुख्यमंत्री बने, केवल उनकी पत्नी ही उनके साथ है। लालू यादव की कोई बेटी एमपी नहीं बनी, कोई चुनाव नहीं लड़ी, और कोई बेटा उपमुख्यमंत्री नहीं बना। यह पूरी तरह से एक परिवार की पार्टी है और आज वे दूसरों के खिलाफ बोल रहे हैं।
राजद अध्यक्ष लालू यादव द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर का अपमान करने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि दलितों के प्रति लालू यादव का असली चेहरा सामने आया है।
उन्होंने कहा, "बाबा साहेब को पूरे देश में ईश्वर के रूप में पूजा जाता है, लेकिन लालू यादव ने अहंकार के चलते उनका अपमान किया है और उनके प्रति अनादर दिखाया है। इसके लिए उन्हें दलितों से माफी मांगनी होगी।
उल्लेखनीय है कि लालू यादव के 78वें जन्मदिन समारोह का एक वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया। इस वीडियो में लालू यादव के पैरों के पास भीमराव अंबेडकर की तस्वीर रखकर उनके समर्थक ने फोटो खिंचवाई। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और पटना में लालू यादव का पुतला जलाया।