क्या लालू यादव अहंकारी नेता हैं? बिहार की जनता उन्हें सबक सिखाएगी: अर्जुन राम मेघवाल

सारांश
Key Takeaways
- लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन पर विवाद पैदा हुआ।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कड़ी आलोचना की।
- बिहार की जनता आगामी चुनाव में सबक सिखाने का मन बना रही है।
- जल संरक्षण पर भी चर्चा की गई।
बीकानेर, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन के अवसर पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के साथ एक वायरल वीडियो ने सियासी हलचल पैदा कर दी है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, यह कहते हुए कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता उन्हें सबक सिखाने वाली है।
सोशल मीडिया पर लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए, जिनमें से एक में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर भेंट की थी। इस दौरान लालू यादव कुर्सी पर बैठे थे और उनका पैर टेबल पर था। अंबेडकर की तस्वीर के सामने पैर रखने के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।
प्रदेश की एनडीए सरकार इस पर हमलावर है और इसे बाबा साहेब का अपमान बता रही है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "लालू प्रसाद यादव का 11 जून को जन्मदिन था। उस दिन कोई बाबा साहेब की मूर्ति उन्हें भेंट देने आया, लेकिन उन्होंने अहंकार में यह भूल गए कि संविधान लागू हुए 75 साल हो चुके हैं। वे दलितों और पिछड़ों के मसीहा बाबा साहेब का अपमान कर रहे हैं और इस पर माफी भी नहीं मांग रहे। इससे उनका दोहरा चरित्र सामने आता है, ऐसे अहंकारी नेता को बिहार की जनता सबक सिखाने वाली है।"
जल संरक्षण का संदेश देते हुए अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "वंदे गंगा जल संरक्षण पखवाड़ा चल रहा है। यह कार्यक्रम जल संरक्षण के लिए जन जागृति फैलाने और जल का महत्व समझाने के लिए आयोजित किया गया है। जितने भी नागरिक आए हैं, उन्होंने पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लिया है। हम पानी बचाएंगे, पेड़ों की रक्षा करेंगे, जिससे पर्यावरण सुरक्षित रह सके। हर व्यक्ति को पौधा लगाना चाहिए।"