क्या प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रेड समेत कई मुद्दों पर चर्चा की?

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क्या प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रेड समेत कई मुद्दों पर चर्चा की?

सारांश

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ महत्वपूर्ण वार्ता की। इस दौरान व्यापार, सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। जानिए इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में और क्या-क्या हुआ।

Key Takeaways

  • भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए वार्ता हुई।
  • राष्ट्रपति पुतिन ने न्यूक्लियर रिएक्टर टेक्नोलॉजी का प्रस्ताव दिया।
  • कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।

नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत की यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान विस्तृत वार्ता की।

दोनों नेताओं ने भारत-रूस संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की, जो कि गहरे और बहुआयामी हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बात की पुष्टि की।

विदेश मंत्रालय ने आगे बताया कि दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इसके साथ ही, उन्होंने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।

नेताओं के बीच व्यापार और वाणिज्य, प्रवासन और गतिशीलता, समुद्री सहयोग, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा, उर्वरक, शैक्षणिक आदान-प्रदान, मीडिया सहयोग और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए कई दस्तावेजों का आदान-प्रदान हुआ।

राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रेड समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान भारत और रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया। पुतिन ने भारत को न्यूक्लियर रिएक्टर टेक्नोलॉजी का प्रस्ताव भी दिया।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह आधिकारिक यात्रा भारत और रूस के नेताओं को अपने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा, यह यात्रा दोनों देशों की विशेष और मजबूत रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने एवं दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर विचार साझा करने का भी मौका देगी।

रूस, भारत का एक लंबे समय से भरोसेमंद साथी रहा है। रूस के साथ संबंध भारत की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अक्टूबर 2000 में 'भारत-रूस सामरिक साझेदारी घोषणापत्र' पर हस्ताक्षर के बाद से दोनों देशों के संबंधों ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। आज दोनों देश राजनीति, सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, अर्थव्यवस्था, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों के बीच सहयोग जैसे लगभग सभी क्षेत्रों में और करीब आए हैं।

Point of View

बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी सहयोग बढ़ाएगी।
NationPress
05/12/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा कब हुआ?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा 5 दिसंबर को हुआ।
भारत और रूस के बीच क्या-क्या मुद्दों पर चर्चा हुई?
भारत और रूस के बीच व्यापार, सुरक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
क्या दोनों देशों के बीच कोई समझौते हुए?
हां, दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
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