क्या पंजाब में धान खरीद में संगरूर और गोदामों तक फसल पहुंचाने में पटियाला नंबर वन है?

Click to start listening
क्या पंजाब में धान खरीद में संगरूर और गोदामों तक फसल पहुंचाने में पटियाला नंबर वन है?

सारांश

पंजाब में धान खरीद सत्र में संगरूर जिला ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इसे गोदामों तक धान पहुंचाने में पटियाला ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जानिए इस प्रक्रिया की महत्वपूर्ण जानकारी और आंकड़े जो पंजाब के कृषि क्षेत्र को प्रभावित कर रहे हैं।

Key Takeaways

  • संगरूर ने 13 लाख 30 हजार 792 मीट्रिक टन धान की आवक की।
  • पटियाला ने 10 लाख 87 हजार 806 मीट्रिक टन धान उठाया।
  • पंजाब में कुल 1 करोड़ 53 लाख 76 हजार 697 मीट्रिक टन धान पहुंचा।
  • खरीदी गई धान का 90 प्रतिशत से अधिक गोदामों तक पहुंचाया गया।
  • मुख्यमंत्री की सरकार ने खरीद प्रक्रिया को सुचारू किया।

चंडीगढ़, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में चल रहे धान खरीद सत्र में संगरूर जिला सबसे आगे रहा है। यहां सबसे ज्यादा धान मंडियों में पहुंचा और सबसे ज्यादा खरीद भी हुई। वहीं, खरीदे गए धान को गोदामों तक पहुंचाने यानी उठान में पटियाला जिला ने पहला स्थान हासिल किया है।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार ने किसानों, आढ़तियों और मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाया है। मंडियों में कोई परेशानी नहीं आई और खरीद बिना रुकावट के चल रही है।

11 नवंबर तक पंजाब की मंडियों में कुल 1 करोड़ 53 लाख 76 हजार 697 मीट्रिक टन धान पहुंच चुका है। इसमें से 1 करोड़ 52 लाख 69 हजार 488 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। यानी पहुंचे धान का 99 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा खरीद लिया गया है। खरीदे गए धान में से 1 करोड़ 38 लाख 54 हजार 981 मीट्रिक टन गोदामों तक पहुंचा दिया गया है, जो 90 प्रतिशत से अधिक है।

संगरूर ने 13 लाख 30 हजार 792 मीट्रिक टन धान की आवक के साथ पहला स्थान हासिल किया। यहां 13 लाख 28 हजार 302 मीट्रिक टन धान खरीदा गया। दूसरे नंबर पर बठिंडा रहा, जहां 13 लाख 3 हजार 454 मीट्रिक टन धान पहुंचा और 12 लाख 53 हजार 400 मीट्रिक टन खरीदा गया। तीसरे स्थान पर पटियाला रहा, जहां 11 लाख 20 हजार 786 मीट्रिक टन धान की आवक हुई और 11 लाख 20 हजार 772 मीट्रिक टन की खरीद हुई।

उठान यानी खरीदे गए धान को गोदाम तक पहुंचाने में पटियाला सबसे आगे रहा। यहां 10 लाख 87 हजार 806 मीट्रिक टन धान उठाया गया। संगरूर दूसरे स्थान पर रहा, जहां 10 लाख 83 हजार 766 मीट्रिक टन धान गोदाम पहुंचा। बठिंडा तीसरे नंबर पर रहा, जहां 10 लाख 70 हजार 364 मीट्रिक टन धान का उठान हुआ।

पंजाब सरकार का कहना है कि यह सफलता किसानों और सभी हितधारकों के सहयोग से मिली है। खरीद सत्र अभी जारी है और बाकी धान को भी जल्द खरीदकर गोदाम भेज दिया जाएगा।

Point of View

तो कृषि क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। यह न केवल किसानों के लिए लाभकारी है, बल्कि संपूर्ण राज्य की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाता है।
NationPress
12/11/2025

Frequently Asked Questions

पंजाब में धान खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने किसानों, आढ़तियों और मजदूरों के हितों को ध्यान में रखते हुए खरीद प्रक्रिया को बेहतर बनाया है।
संगरूर और पटियाला का धान खरीद सत्र में क्या स्थान है?
संगरूर ने सबसे ज्यादा धान मंडियों में पहुंचाया है जबकि पटियाला ने उठान में पहला स्थान हासिल किया है।