क्या संसद में आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकवादी हमले पर बहस होगी?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर पर महत्वपूर्ण बहस होगी।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चर्चा की शुरुआत करेंगे।
- विपक्ष के प्रमुख नेता भी उपस्थित रहेंगे।
- राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मानसून सत्र के पहले सप्ताह में बार-बार के व्यवधानों के बीच, संसद में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकवादी हमले पर महत्वपूर्ण बहस आयोजित की जाएगी।
इस चर्चा का मुख्य फोकस राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के मुद्दों पर होगा।
लोकसभा में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में भारत की सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की शुरुआत करेंगे। यह बहस कुल 16 घंटे तक चलेगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी भाग लेंगे। वे पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के व्यापक प्रभावों पर सरकार का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।
भाजपा के प्रमुख सांसदों जैसे अनुराग ठाकुर और निशिकांत दुबे भी इस चर्चा में शामिल होंगे।
विपक्ष की तरफ से, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ समाजवादी पार्टीअखिलेश यादव और अन्य कई नेता भी इस बैठक में भाग लेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी लोकसभा सांसदों के लिए एक व्हिप जारी किया है, जिसमें उन्हें अगले तीन दिनों तक सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।
मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही, क्योंकि विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) और अन्य मुद्दों पर कार्यवाही में बाधा डाली।
इसके पश्चात, 25 जुलाई को संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने बताया कि विपक्ष ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा शुरू करने के लिए सहमति दी है, जो सोमवार को लोकसभा में और मंगलवार को राज्यसभा में होगी।