क्या आंध्र प्रदेश में श्रद्धालुओं ने सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में खुशियां साझा कीं?

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क्या आंध्र प्रदेश में श्रद्धालुओं ने सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में खुशियां साझा कीं?

सारांश

पुट्टपर्थी में आयोजित सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति से भक्तों में खुशी का माहौल था। यह अवसर न केवल आध्यात्मिक था बल्कि भावनात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण साबित हुआ। जानिए इस भव्य समारोह में क्या कुछ खास रहा।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने समारोह को विशेष बनाया।
  • सत्य साईं बाबा का जीवन प्रेरणा का स्रोत है।
  • शताब्दी समारोह में भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव का समावेश था।
  • भक्तों ने इस अवसर को स्वर्ग के समान बताया।
  • युवाओं के लिए योजनाएं भी इस समारोह का हिस्सा रहीं।

पुट्टपर्थी, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आंध्र प्रदेश के कोयंबटूर में सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में भाग लिया, जहां उन्होंने पूज्य आध्यात्मिक गुरु की महासमाधि पर प्रार्थना भी की। प्रधानमंत्री मोदी ने शताब्दी समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि श्री सत्य साईं बाबा का जीवन वसुधैव कुटुम्बकम का जीवंत प्रतीक था और उनके वचन लोगों को उनके दैनिक जीवन में मार्गदर्शन और प्रेरणा देते रहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने शताब्दी समारोह में अपनी भागीदारी को एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव बताया। इस विशेष अवसर पर पुट्टपर्थी की पवित्र भूमि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और सत्य साईं बाबा के अनुयायी एकत्रित हुए।

प्रधानमंत्री मोदी को पहली बार करीब से देखकर कई लोग प्रसन्न हुए। लोगों ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान अपनी खुशियां साझा कीं।

पूर्व रेलवे कर्मचारी वेंगामम्बा ने कहा, "जब से मैं यहां आई हूं, मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं स्वर्ग में रह रही हूं। यह सचमुच दुनिया का स्वर्ग है। सत्य साईं बाबा का दिव्य आशीर्वाद हम सभी पर है। इस भव्य उत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी यहां आए और हम सभी को आशीर्वाद दिया। हमें अपार खुशी हो रही है। सभी को साईं राम।"

एक अन्य भक्त, स्वाति, ने कहा कि साईं बाबा मेरे गुरु, मेरे दार्शनिक और मेरे मार्गदर्शक हैं। शताब्दी समारोह में शामिल होना मेरे लिए बेहद भावुक क्षण है। उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर ऐसा लग रहा है जैसे पुट्टपर्थी महिला दिवस मना रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री ने युवा लड़कियों के लिए एक योजना शुरू की है। यह बहुत शुभ लग रहा है और मैं यहां आकर बहुत खुश हूं।

महिला भक्त ने आगे कहा कि वह हमेशा से प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहती थी और यह एक ऐसा पल था जिसका वह जीवन भर आनंद लेगी।

उन्होंने कहा, "पुट्टपर्थी आना, स्वामी जी के दर्शन करना और प्रधानमंत्री से मिलना एक अद्भुत अवसर रहा। स्वामी जी का आभामंडल हमेशा बना रहता है, भले ही वे भौतिक रूप में न हों। 100वें वर्ष के समारोह का हिस्सा बनना सचमुच दिव्य अनुभूति है।"

हैदराबाद के एक भक्त, शरत चंद्र ने कहा कि वे समारोह में शामिल होकर बेहद खुश हैं, और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की शहर यात्रा ने इसे उत्सवी माहौल में बदल दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ इस उत्सव में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। असली उत्सव उनके आगमन के बाद शुरू हुआ, और यहां आकर हमें खुशी हो रही है।

उन्होंने आरएसएस शताब्दी समारोह के साथ तुलना करते हुए कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि 2025 एक उल्लेखनीय वर्ष है क्योंकि यह सत्य साईं बाबा का 100वां वर्ष है।

शरत चंद्र ने कहा कि आरएसएस और सत्य साईं बाबा दोनों ही संगठन प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ समाज और मानवता की सेवा करने के सर्वोत्तम उदाहरण हैं।

Point of View

बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और आध्यात्मिकता के व्यापक संदेश को भी दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है, जो कि आज के भारत के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

सत्य साईं बाबा के शताब्दी समारोह में कौन शामिल हुआ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समारोह में भाग लिया।
इस समारोह की विशेषता क्या थी?
यह समारोह श्रद्धालुओं के लिए एक भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव था।
सत्य साईं बाबा का जीवन किसका प्रतीक है?
सत्य साईं बाबा का जीवन वसुधैव कुटुम्बकम का जीवंत प्रतीक है।
क्या इस समारोह में कोई योजना शुरू की गई?
हाँ, प्रधानमंत्री मोदी ने युवा लड़कियों के लिए एक योजना का शुभारंभ किया।
इस समारोह में भक्तों का क्या अनुभव था?
भक्तों ने इस समारोह को अद्भुत और दिव्य अनुभव बताया।
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