क्या टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी 2023-2025 के फाइनल में नहीं पहुंच सकी, फिर भी मिली पैसों की बरसात?

सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण अफ्रीका ने पहली बार डब्ल्यूटीसी का खिताब जीता।
- टीम इंडिया ने तीसरे स्थान पर रहते हुए 1.44 मिलियन डॉलर की पुरस्कार राशि प्राप्त की।
- ऑस्ट्रेलिया ने रनर-अप के रूप में 2.16 मिलियन डॉलर कमाए।
- बांग्लादेश और पाकिस्तान ने क्रमशः 7.20 लाख और 4.80 लाख डॉलर प्राप्त किए।
- खिताबी मुकाबले में एडेन मार्करम की शतकीय पारी ने निर्णायक भूमिका निभाई।
नई दिल्ली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीता है। भले ही टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी 2023-2025 के फाइनल में नहीं पहुंच सकी, लेकिन उसे इस प्रतियोगिता में अच्छी प्राइज मनी मिली है।
डब्ल्यूटीसी 2023-2025 के लिए कुल प्राइज मनी 5.76 मिलियन अमेरिकी डॉलर निर्धारित की गई थी। दक्षिण अफ्रीकी टीम को खिताब जीतने पर 3.6 मिलियन डॉलर की राशि प्राप्त हुई है, जबकि रनर-अप ऑस्ट्रेलियाई टीम को 2.16 मिलियन डॉलर मिले हैं।
भारतीय टीम ने इस बार तीसरे स्थान पर रहते हुए 1.44 मिलियन डॉलर की इनामी राशि प्राप्त की, जबकि चौथे स्थान पर न्यूजीलैंड को 1.20 मिलियन डॉलर की प्राइज मनी मिली।
इंग्लैंड की टीम ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-2025 में पांचवां स्थान हासिल किया, जिससे उसे 9,60,000 डॉलर मिले। श्रीलंका ने छठे स्थान पर रहते हुए 8,40,000 अमेरिकी डॉलर की राशि प्राप्त की।
सातवें स्थान पर बांग्लादेश को 7,20,000 डॉलर और आठवें स्थान पर वेस्टइंडीज को 6 लाख डॉलर मिले। पाकिस्तान की टीम नौवें स्थान पर रही, जिसके कारण उसे 4,80,000 अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए।
डब्ल्यूटीसी 2023-2025 में भारत ने 19 टेस्ट खेले, जिनमें से 9 जीते, 8 हारे और 2 ड्रॉ रहे।
खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में महज 212 रन बनाए। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम 138 रन पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया के पास पहली पारी में 74 रन की लीड थी। दूसरी पारी में उन्होंने 207 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 282 रन का लक्ष्य दिया।
लॉर्ड्स के मैदान पर यह लक्ष्य आसान नहीं था, लेकिन एडेन मार्करम (136) ने कप्तान टेंबा बावुमा (66) के साथ मिलकर महत्वपूर्ण साझेदारी की और टीम को जीत दिलाने में मदद की।
पहला डब्ल्यूटीसी खिताब न्यूजीलैंड ने जीता था, जबकि दूसरा ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। भारत इन दोनों बार उप-विजेता रह चुका है।