क्या बिहार में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के ऋण पर ब्याज नहीं लिया जाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत अब ब्याज रहित ऋण मिलेगा।
- उच्च शिक्षा के लिए चार लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध है।
- ऋण चुकाने की अवधि को बढ़ाकर 120 मासिक किस्तों तक किया गया है।
- यह योजना छात्रों के मनोबल को बढ़ाने में सहायक होगी।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना की घोषणा की है।
पटना, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के ऋण के लिए अब ब्याज नहीं लेने की घोषणा की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस जानकारी को स्वयं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया।
उन्होंने लिखा, "बिहार में सात निश्चय योजना के अंतर्गत 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए 2 अक्टूबर 2016 से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू है। इस योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम चार लाख रुपए का शिक्षा ऋण सामान्य आवेदक को चार प्रतिशत ब्याज दर पर एवं महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर आवेदक को मात्र एक प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाता है।"
उन्होंने आगे लिखा, "मुझे यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि अब स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले शिक्षा ऋण की राशि सभी आवेदकों के लिए ब्याज रहित होगी।"
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि दो लाख रुपए तक के शिक्षा ऋण को 60 मासिक किस्तों (5 वर्ष) में वापस करने का प्रावधान था, जिसे अब बढ़ाकर अधिकतम 84 मासिक किस्तों (7 वर्ष) में तथा दो लाख से ऊपर ऋण राशि को 84 मासिक (7 वर्ष) किस्तों से बढ़ाकर अधिकतम 120 मासिक (10 वर्ष) किस्तों में वापस करने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने लिखा, "हमारा उद्देश्य है कि राज्य के अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। इस प्रकार की सुविधाओं से छात्रों का मनोबल बढ़ेगा और वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य और राज्य एवं देश का भविष्य संवार सकेंगे।"