क्या भाजपा के प्रेम कुमार बने बिहार विधानसभा के अध्यक्ष?
सारांश
Key Takeaways
- प्रेम कुमार को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया।
- उन्होंने नौ बार विधायक का चुनाव जीता है।
- मुख्यमंत्री ने उनके अनुभव को सराहा।
- बिहार विधानसभा में उनकी नेतृत्व क्षमता का परीक्षण होगा।
- पार्टी में उनकी स्थिति मजबूत है।
पटना, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रमुख नेता और गया सदर के विधायक प्रेम कुमार को मंगलवार को बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित किया गया। अध्यक्ष निर्वाचन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नव निर्वाचित अध्यक्ष को आसन तक पहुँचाया।
इससे पहले प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने उनके सर्वसम्मति से निर्वाचित होने की घोषणा की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेम कुमार को बधाई देते हुए कहा कि वे इस विधानसभा के अनुभवी सदस्य हैं। उन्होंने सभी सदस्यों से खड़े होकर शुभकामना देने का आग्रह किया।
इसके बाद सभी सदस्यों ने खड़े होकर अध्यक्ष को बधाई दी। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और तेजस्वी यादव ने भी नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम कुमार को शुभकामना दी। उन्होंने उनके अनुभव की सराहना की और सदन को इससे लाभ मिलने की आशा जताई।
गौरतलब है कि सोमवार को गया सदर से निर्वाचित प्रेम कुमार ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा था, और उनका निर्विरोध चुना जाना पहले से ही अनुमानित था। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और इस बार लगातार नौवीं बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने बिहार सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री का कार्यभार भी संभाला है।
प्रेम कुमार 1990 में पहली बार विधायक बने थे और तब से लगातार नौ बार जीत हासिल कर चुके हैं। वे अत्यंत पिछड़े वर्ग के नेताओं में अपनी पहचान बना चुके हैं। 2015 से 2017 तक वे नेता विरोधी दल रहे हैं। पहली बार 2005 में नीतीश सरकार में मंत्री बने थे, और इसके बाद से वे कई बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले भाजपा के नेता नंद किशोर यादव विधानसभा अध्यक्ष थे।