क्या दिल्ली क्राइम ब्रांच ने डकैती के फरार अपराधी कुलदीप को पकड़ा?

सारांश
Key Takeaways
- कुलदीप को 2018 के डकैती मामले में गिरफ्तार किया गया।
- वह पिछले कई वर्षों से पुलिस को चकमा दे रहा था।
- गुप्त सूचना के आधार पर उसे पकड़ा गया।
- उसका आपराधिक रिकॉर्ड जांचा गया।
- उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
नई दिल्ली, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शालीमार बाग में 2018 के एक चर्चित डकैती मामले में फरार अपराधी कुलदीप को पकड़ लिया है। 27 वर्षीय कुलदीप पिछले कई वर्षों से पुलिस से बचता आ रहा था। उसे रोहिणी कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर स्वरूप नगर में जाल बिछाकर उसे धर दबोचा।
कुलदीप का संबंध उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के नवाबगंज नगरिया गांव से है। उसका जन्म 1998 में हुआ था और बाद में उसका परिवार दिल्ली के शालीमार बाग में बस गया। गलत संगत में पड़कर वह नशे का आदी हो गया।
17 मई 2018 को कुलदीप ने अपने साथी छुटकू के साथ मिलकर एक व्यक्ति पर लोहे की रॉड से हमला किया और उसका मोबाइल फोन लूट लिया। इस घटना के संबंध में शालीमार बाग थाने में डकैती और चोट पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। कुलदीप को उस समय गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वह मुकदमे के दौरान फरार हो गया। इस बीच, रोहिणी कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया।
दिल्ली में लूट, वसूली और हत्या जैसे मामलों में शामिल फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच ने कई टीमें बनाई थीं। इसी क्रम में, 18 जून को टीम को गुप्त सूचना मिली कि कुलदीप स्वरूप नगर में अपने साथी से मिलने आएगा।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के निर्देश पर एसीपी राजपाल डबास की निगरानी में इंस्पेक्टर गौतम मलिक की टीम ने ऑपरेशन प्रारंभ किया। इस टीम में एसआई रविंदर, हेड कांस्टेबल रविंदर सिंह और कांस्टेबल मनोज शामिल थे। पुलिस ने स्वरूप नगर में जाल बिछाकर कुलदीप को पकड़ लिया।
पूछताछ के दौरान कुलदीप ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार स्थान बदलता रहा था। पुलिस ने उसके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की, जिसमें डकैती का मामला प्रमुख है। अब उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।