क्या भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना एक चुनौती थी? गोपाल इटालिया की जीत पर विचार

सारांश
Key Takeaways
- आम आदमी पार्टी ने गुजरात में एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की है।
- गोपाल इटालिया ने जनता के समर्थन को महत्वपूर्ण बताया।
- भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना चुनौतीपूर्ण रहा।
- अरविंद केजरीवाल ने इटालिया के प्रति आभार व्यक्त किया।
- गुजरात की राजनीति में बदलाव की संभावना नजर आ रही है।
नई दिल्ली, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के मजबूत गढ़ गुजरात में आम आदमी पार्टी ने विसावदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल की है। बुधवार को इस सीट से विधायक चुने गए गोपाल इटालिया ने 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने स्वीकार किया कि इस सीट पर सत्तारूढ़ दल के खिलाफ चुनाव लड़ना एक चुनौती थी।
गोपाल इटालिया ने बुधवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि हर छोटे चुनाव में चुनौतियाँ होती हैं। भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना एक कठिनाई है, लेकिन आम आदमी पार्टी चुनौतियों का सामना करने के लिए ही अस्तित्व में आई है। एक पुरानी कहावत है कि उपचुनाव में वही उम्मीदवार जीतता है जिसकी प्रदेश में सरकार होती है, लेकिन जनता ने मुझे अपना समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि गुजरात में पिछले ४० वर्षों से भाजपा की सरकार है। इस उपचुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंकी कि चुनाव का नतीजा उनके पक्ष में आए, लेकिन जनता ने अपने वोट से साबित कर दिया कि वे असली मालिक हैं। उन्होंने कहा, "मैं एक बड़े अंतर से चुनाव जीता। मैं अपनी विधानसभा के सभी मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास दिखाया है। मैं उन्हें आश्वासन देता हूं कि उनके सभी मुद्दों को विधानसभा में उठाऊंगा।"
इटालिया ने उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने के लिए अरविंद केजरीवाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने पार्टी प्रमुख से मिलने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "दिल्ली में मेरे साथ पंजाब से निर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, आतिशी सिंह समेत अन्य की मौजूदगी में गुजरात और पंजाब के नवनिर्वाचित विधायकों का अभिनंदन किया गया।