क्या जैकी श्रॉफ ने कादर खान और अजीत को श्रद्धांजलि दी?

Click to start listening
क्या जैकी श्रॉफ ने कादर खान और अजीत को श्रद्धांजलि दी?

सारांश

जैकी श्रॉफ ने कादर खान और अजीत के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, उनके योगदान को याद किया। यह श्रद्धांजलि उनके जन्मदिन और पुण्यतिथि के अवसर पर थी। जानिए इन महान कलाकारों के जीवन और काम के बारे में।

Key Takeaways

  • कादर खान का योगदान बॉलीवुड में अद्वितीय रहा है।
  • जैकी श्रॉफ ने दिवंगत कलाकारों को याद किया।
  • अजीत का असली नाम हामिद अली खान था।
  • दोनों कलाकारों ने अपने समय में बड़ी पहचान बनाई।
  • कादर खान ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया।

मुंबई, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार हुए हैं जिन्होंने अपने अभिनय और संवादों से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है। इनमें कादर खान और अजीत जैसे नाम आज भी लोगों की यादों में जीवित हैं। बुधवार को अभिनेता जैकी श्रॉफ ने इन दोनों दिवंगत कलाकारों को श्रद्धांजलि दी।

यह दिन विशेष था क्योंकि यह एक ओर कादर खान की 88वीं जयंती थी, वहीं दूसरी ओर अजीत की 27वीं पुण्यतिथि भी थी। जैकी श्रॉफ ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर दोनों कलाकारों को सादगी से याद किया।

कादर खान को श्रद्धांजलि देते हुए जैकी श्रॉफ ने लिखा, "कादर खान जी को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं।"

कादर खान ने 1973 में फिल्म 'दाग' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने एक वकील की भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। वह केवल एक अच्छे अभिनेता ही नहीं थे, बल्कि एक बेहतरीन संवाद लेखक भी थे। उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों के संवाद लिखे। उन्होंने अमिताभ बच्चन, गोविंदा, मिथुन चक्रवर्ती और अनिल कपूर जैसे दिग्गजों के साथ काम किया और मनमोहन देसाई तथा डेविड धवन जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों के साथ भी उनका रचनात्मक सहयोग रहा।

कादर खान की प्रमुख फिल्मों में 'हिम्मतवाला', 'आंखें', 'कुली नंबर 1', 'दूल्हे राजा', और 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' जैसी फिल्में शामिल हैं। उन्होंने पारिवारिक ड्रामा से लेकर कॉमिक किरदारों तक हर भूमिका को बखूबी निभाया। 'घर हो तो ऐसा', 'बीवी हो तो ऐसी', और 'जैसी करनी वैसी भरनी' जैसी फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को खूब हंसाया और भावुक भी किया। 2018 में, एक लंबी बीमारी के बाद, 81 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। वह सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी नाम की एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थे।

वहीं, जैकी श्रॉफ ने अजीत को भी याद किया और उनके एक मशहूर संवाद के साथ उनकी फोटो साझा की। उन्होंने लिखा, "अजीत जी को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए।"

बता दें कि अजीत का असली नाम हामिद अली खान था। वे करीब चार दशकों तक हिंदी सिनेमा का हिस्सा रहे और 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने शुरुआती दौर में लीड एक्टर के रूप में काम किया और 'बेकसूर', 'नास्तिक', 'बड़ा भाई','मुगल-ए-आजम', और 'नया दौर' जैसी फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं। बाद में वे विलेन के रूप में मशहूर हुए और उनके संवाद आज भी लोगों की जुबान पर हैं, खासकर 'सारा शहर मुझे लायन के नाम से जानता है' जैसे संवादों ने उन्हें अमर बना दिया।

अजीत का 1998 में हैदराबाद में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। उन्होंने 76 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली।

Point of View

बल्कि उन्होंने भारतीय सिनेमा में एक नई पहचान बनाई। आज, जब हम इन्हें याद कर रहे हैं, यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम उनके योगदान को समझें और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करें।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

कादर खान का जन्म कब हुआ था?
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को हुआ था।
अजीत का असली नाम क्या था?
अजीत का असली नाम हामिद अली खान था।
कादर खान का निधन कब हुआ था?
कादर खान का निधन 31 दिसंबर 2018 को हुआ।
जैकी श्रॉफ ने किस प्लेटफॉर्म पर श्रद्धांजलि दी?
जैकी श्रॉफ ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर श्रद्धांजलि दी।
अजीत कितनी फिल्मों में काम कर चुके थे?
अजीत ने लगभग 200 से अधिक फिल्मों में काम किया।