क्या कांगड़ा में बारिश से भारी नुकसान हुआ? चंडीगढ़-मनाली हाईवे के खुलने की उम्मीद है

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क्या कांगड़ा में बारिश से भारी नुकसान हुआ? चंडीगढ़-मनाली हाईवे के खुलने की उम्मीद है

सारांश

हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कई जिलों में तबाही मचाई है। मंडी में मूसलाधार बारिश के बाद मौसम में सुधार हो रहा है। जानें कांगड़ा में स्थिति और राहत कार्यों के बारे में।

Key Takeaways

  • हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से नुकसान हुआ है।
  • भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है।
  • पीड़ित परिवारों को राहत की आवश्यकता है।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़े मामलों में मदद की कमी देखी गई है।
  • मौसम विज्ञान केंद्र ने यलो अलर्ट जारी किया है।

मंडी/कांगड़ा, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के बीच अब हालात सामान्य होने लगे हैं। मंडी में लगातार पांच दिनों की मूसलाधार बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है। ब्यास नदी का जलस्तर भी कम होने से स्थिति सामान्य हो रही है।

जानकारी के अनुसार, पिछले पांच दिनों से भूस्खलन के कारण बंद पड़े चंडीगढ़-मनाली हाईवे के खुलने की संभावना है। मलबे को हटाने के लिए मशीनरी लगातार काम कर रही है। साथ ही झलौगी में फंसे वाहनों को मंडी की ओर भेज दिया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

इस बीच, कांगड़ा जिले के नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। गेही लगोड पंचायत में कई गरीब परिवारों के कच्चे मकान ढह गए हैं।

पीड़ित राय सिंह ने बताया कि भारी बारिश के कारण मेरा मकान गिर गया और इस वजह से सारा सामान मलबे में दब गया है। पटवारी ने घटनास्थल का जायजा लिया है, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली।

एक महिला ने कहा, "मेरा मकान गिर गया है। मैंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए फॉर्म भरा था, लेकिन कोई ग्रांट नहीं मिली। मैंने 50,000 रुपए का कर्ज लेकर एक छोटा कमरा बनाना शुरू किया है। मैं अपील करती हूं कि प्रशासन मेरी मदद करे।"

भाजपा नूरपुर मंडल अध्यक्ष अनूप राणा ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सरकार और प्रशासन से मदद दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा, "कई परिवारों के मकान और सामान बारिश में बर्बाद हो गए। प्रशासन से अनुरोध है कि इन परिवारों को जल्द से जल्द राहत मुहैया कराई जाए।"

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में सुप्रीम कोर्ट की हिमालयी क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन पर टिप्पणी का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि पहली बात जो समझने की है, वह यह है कि आपदा तो आपदा ही होती है। मैं सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि अगर पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है, तो सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि, इस बार भारी बारिश के कारण हमने जो तबाही देखी है, वह अलग है।"

Point of View

मैं मानता हूँ कि प्राकृतिक आपदाएं हमारे समाज को एकजुट करने का अवसर देती हैं। हमें सरकार से अपेक्षा है कि वे प्रभावित लोगों की मदद में तत्परता दिखाएं। आपदा से निपटने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है?
जी हां, पिछले पांच दिनों से भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है।
क्या प्रभावित परिवारों को राहत मिल रही है?
अभी तक प्रभावित परिवारों को कोई खास राहत नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन मदद का आश्वासन दे रहा है।