क्या कोलकाता गैंगरेप मामले में आरोपी जल्द पकड़े गए?

सारांश
Key Takeaways
- कोलकाता पुलिस ने 12 घंटे के भीतर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- पुलिस ने पीड़िता और आरोपियों की मेडिकल जांच की पुष्टि की।
- सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है।
- सीबीआई जांच की मांग की गई है।
- राज्य में यौन अपराधों के खिलाफ कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है।
कोलकाता, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कोलकाता पुलिस ने वारदात के 12 घंटे के भीतर अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त, एक और आरोपी को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर साझा की है।
पुलिस ने अपने पोस्ट में उल्लेख किया, “पीड़िता और आरोपियों की मेडिकल जांच पूरी हो गई है। घटनास्थल की फोरेंसिक जांच भी संपन्न हो चुकी है। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में विशेष जांच दल द्वारा जांच की जा रही है।”
पुलिस ने यह भी कहा, “कोलकाता पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अपराधियों को कठोरतम कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़े और पीड़िता को शीघ्र न्याय मिले।”
अब कोलकाता गैंगरेप का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। वकील सत्यम सिंह ने इस मामले को लेकर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। इसके साथ ही, पीड़िता को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने और उसके परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की गई है।
वकील ने पत्र में उन सभी जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, जो इस संवेदनशील मामले में विवादित टिप्पणियाँ कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक सुरक्षा उपायों की मांग की गई है, जिनमें अनिवार्य सीसीटीवी निगरानी, महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ और नियमित सुरक्षा ऑडिट शामिल हैं।
वहीं, वकील ने अपने पत्र में पश्चिम बंगाल में यौन अपराधों के खिलाफ कानूनों को मजबूत करने के लिए ‘अपराजिता विधेयक’ को तुरंत लागू करने की मांग की है।
याचिका में पश्चिम बंगाल में पेशेवरों, खासकर महिला वकीलों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए सीबीआई जांच, सुरक्षा प्रोटोकॉल और संस्थागत सुधारों की मांग की गई है। याचिका में पीड़िता के लिए न्याय के साथ-साथ कानूनी बिरादरी की सुरक्षा और न्यायिक व्यवस्था की अखंडता सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है।
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता गैंगरेप मामले में विवादित टिप्पणी करने वाले मदन मित्रा को कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिन में जवाब तलब किया है।
मदन मित्रा ने इस मामले में कहा था, “अगर कोई आपको कॉलेज बंद होने पर बुलाए, तो न जाएं। अगर वह लड़की वहां नहीं जाती, तो यह घटना नहीं होती।”