क्या मध्य प्रदेश में बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा न मिलने पर होगा बड़ा आंदोलन?

सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश में बाढ़ के कारण भारी नुकसान
- जीतू पटवारी का प्रशासन को अल्टीमेटम
- बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं गंभीर
- सरकारी लापरवाही का आरोप
- कांग्रेस का आंदोलन की तैयारी
गुना, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण व्यापक नुकसान हुआ है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि यदि आठ दिन में मुआवजा नहीं मिलता, तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।
हाल ही में आई भीषण बाढ़ के बाद, पटवारी ने न्यू सिटी कॉलोनी समेत अन्य प्रभावित इलाकों की यात्रा की। उन्होंने पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझा और प्रशासन को आठ दिनों का अल्टीमेटम दिया।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय पर बाढ़ पीड़ितों को उचित मुआवजा नहीं मिला, तो वे गुना आकर इतिहास का सबसे बड़ा चक्काजाम करेंगे। पटवारी ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों का तुरंत सर्वेक्षण कराकर कलेक्ट्रेट घेराव किया जाए। यह आपदा केवल प्राकृतिक नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सरकारी अत्याचार का नतीजा भी है।
पटवारी ने आरोप लगाया कि गोपालपुरा बांध से पानी छोड़ने के पहले प्रशासन ने जनता को सतर्क नहीं किया, जिसके कारण जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ। उन्होंने सर्वे कार्य में खामियों की ओर भी इशारा किया और कहा कि प्रशासन मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहा है।
बाढ़ प्रभावित महिलाओं ने प्रशासन पर नाराजगी जताई। कुछ महिलाओं ने अपने घरों में सड़ चुके गेहूं दिखाए। कई महिलाओं ने कहा कि उन्हें केवल पूड़ी के पैकेट देकर भगा दिया गया। एक महिला ने बताया कि उसका ऑटो बह गया, जो उनके जीवनयापन का एकमात्र साधन था। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि गुना, राघौगढ और बमोरी क्षेत्रों में फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं, लेकिन पिछले पांच वर्षों से किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला।