क्या मणिपुर में संयुक्त अभियान में 4 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- मणिपुर में 4 आतंकवादियों की गिरफ्तारी
- 8 हथियार, आईईडी और ड्रग्स की बरामदगी
- सुरक्षा बलों का समन्वित प्रयास
- संवेदनशील क्षेत्रों में चेकपोस्ट की स्थापना
- आम जनता से अफवाहों से सावधान रहने की अपील
इंफाल, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर के विभिन्न जिलों में सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने एक संयुक्त अभियान में 4 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। आतंकियों के पास से 8 हथियार, आईईडी, ड्रग्स और अन्य हथियार भी बरामद किए गए हैं।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शुक्ला ने जानकारी दी कि स्पियर कोर के तहत भारतीय सेना और असम राइफल्स की टुकड़ियों ने मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर हाल के दिनों में मणिपुर के तेनगौपाल, इंफाल ईस्ट और चांडेल जिलों में कई ऑपरेशन किए। इन अभियानों में विभिन्न विद्रोही समूहों के चार सदस्यों को पकड़ा गया और उनके पास से नशीले पदार्थ और अन्य हथियार बरामद हुए हैं।
गिरफ्तार आतंकवादियों का संबंध रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (आरपीएफ) / पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए), कांगलेपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वॉर ग्रुप) और पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेपाक से है। बरामद हथियारों में एके-47 राइफल, आईएनएसएएस राइफल, 9 एमएम पिस्टल, दो सिंगल-बैरल बंदूकें, राइफल, एक मोर्टार (तीन फीट) और 20 राउंड 7.62 एमएम कारतूस शामिल हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर तेनगौपाल में एक चेक पोस्ट स्थापित किया था। गहन तलाशी के दौरान लगभग 1,20,000 अत्यधिक नशे की लत वाली मेथामफेटामाइन गोलियां बरामद की गईं, जिनकी कीमत 3.6 करोड़ रुपये बताई गई है।
लेफ्टिनेंट कर्नल शुक्ला ने बताया कि सुरक्षा बलों के ये समन्वित प्रयास मणिपुर में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
मणिपुर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बल जिलों के बाहरी, मिश्रित आबादी वाले और संवेदनशील क्षेत्रों में तलाशी अभियान और क्षेत्र पर नियंत्रण बनाए रखने का कार्य जारी रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मणिपुर के विभिन्न जिलों में पहाड़ी और मैदानी इलाकों में कुल 115 चेकपोस्ट स्थापित किए गए थे ताकि संदिग्ध तत्वों और वाहनों की अवैध आवाजाही को रोका जा सके। इंफाल-जीरिबाम राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवश्यक सामान ले जा रहे कई वाहनों की सुरक्षा बलों ने जांच की। इसके लिए संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा काफिला भी तैनात किया गया है।
मणिपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और झूठे वीडियो से सावधान रहें।
पुलिस ने एक बयान में कहा, “किसी भी वायरल वीडियो, ऑडियो आदि की पुष्टि सेंट्रल कंट्रोल रूम से की जा सकती है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर कई फर्जी पोस्ट वायरल होने की संभावना है। इसलिए सभी को आगाह किया जाता है कि सोशल मीडिया पर ऐसी फर्जी पोस्ट अपलोड या शेयर करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस ने संबंधित लोगों से यह भी अपील की कि वे लूटे गए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक तुरंत पुलिस या नजदीकी सुरक्षा बल के पोस्ट को लौटा दें।