क्या मोहन भागवत ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे?

सारांश
Key Takeaways
- मोहन भागवत का ओडिशा दौरा संघ के कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- स्वास्थ्य और शिक्षा पर भागवत का विशेष ध्यान है।
- स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन होगा।
भुवनेश्वर, १३ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत बुधवार को ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर भुवनेश्वर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। मोहन भागवत कटक स्थित गौड़ीय मठ में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने वाले हैं।
आरएसएस के प्रमुख भागवत कार्यक्रम की समाप्ति के बाद बुधवार की शाम को पुरी के लिए रवाना होंगे।
मोहन भागवत के पुरी में शंकराचार्य से मिलने और जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने की योजना है। इसके बाद वह भुवनेश्वर लौटेंगे। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर १५ अगस्त को सुबह ८ बजे वह भुवनेश्वर स्थित उत्कल विपन्न सहायता समिति में ध्वजारोहण करेंगे। इसके बाद भागवत का सुबह ११:४५ बजे एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करने का कार्यक्रम है।
इससे पहले, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मध्य प्रदेश के इंदौर में मानव सृष्टि आरोग्य केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर भाग लिया था। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में स्वास्थ्य और शिक्षा का बहुत महत्व है।
उन्होंने कहा कि जानकारी के लिए शिक्षा की आवश्यकता है और ज्ञान प्राप्त करने के लिए स्वस्थ शरीर होना जरूरी है। अस्वस्थ शरीर ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता। यह दोनों आम व्यक्ति की पहुंच से काफी दूर हो चुकी हैं और इसके आर्थिक सामर्थ्य के भी बाहर चली गई हैं, क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य सरल और सस्ती होनी चाहिए। पहले यह दोनों काम सेवा के नाते किए जाते थे। आज इसे भी कमर्शियल बना दिया गया है। पहले लोग शिक्षा देना अपना कर्तव्य मानते थे और छात्रों को ज्ञानवान बनाना एक जिम्मेदारी मानी जाती थी।
मोहन भागवत ने कैंसर का उदाहरण देते हुए कहा कि कैंसर में मरीज की हिम्मत काम देती है और डॉक्टर एवं मरीज के बीच संवाद होगा तो उसे हिम्मत मिलती रहेगी।