क्या चीन के साथ मित्रता को नेपाली प्रधानमंत्री मूल्यवान मानते हैं?

सारांश
Key Takeaways
- नेपाल और चीन के बीच समय-परीक्षित मित्रता का होना।
- 70 वर्षों का द्विपक्षीय संबंध।
- नेपाल एक-चीन सिद्धांत का पालन करता है।
- चीन नेपाल का विश्वसनीय विकास साझेदार है।
- द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने की आशा।
बीजिंग, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नेपाली प्रधानमंत्री खड्ग प्रसाद शर्मा ओली ने कहा कि नेपाल चीन के साथ अपनी "समय-परीक्षित मित्रता" को अत्यंत मूल्यवान मानता है और द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक विकसित करने की आशा करता है।
चीन और नेपाल के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित एक सत्कार समारोह में ओली ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में, नेपाल-चीन संबंध आपसी विश्वास और साझा मूल्यों पर आधारित होकर लगातार मजबूत हुए हैं। नेपाल एक-चीन सिद्धांत का दृढ़ता से पालन करता है, जबकि चीन नेपाल की संप्रभुता, प्रादेशिक अखंडता और राजनीतिक स्वतंत्रता का सम्मान करता है।
ओली ने आगे कहा, "हम चीन के साथ अपनी समय-परीक्षित मित्रता को विशेष रूप से महत्व देते हैं। चीन न केवल हमारा करीबी पड़ोसी है, बल्कि हमारा विश्वसनीय विकास साझेदार भी है।"
उन्हें उम्मीद है कि इस ठोस आधार पर सहयोग का विस्तार, संपर्कों को गहरा करने तथा आपसी लाभ वाले सहयोग के लिए नए रास्ते खोलकर द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित किया जाएगा।
वहीं, सत्कार समारोह में नेपाल स्थित चीनी राजदूत चन सोंग ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में, चीन और नेपाल ने अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना किया है और गहरा आपसी विश्वास कायम किया है। परिवर्तन और चुनौतियों से भरी दुनिया का सामना करते हुए, चीन नेपाल के साथ मिलकर उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान को मजबूत करने, राजनीतिक आपसी विश्वास को गहरा करने और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक-दूसरे के मूल हितों का दृढ़ता से समर्थन करने को तैयार है। चीन नेपाल को चीनी समाधानों के जरिए अपनी विकास चुनौतियों का सामना करने में मदद करना चाहता है।
बता दें कि नेपाल के विभिन्न जगत के लोगों तथा नेपाल में स्थित अन्य देशों के राजनयिकों सहित लगभग एक हजार लोग इस स्वागत समारोह में शामिल हुए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)