क्या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर लिया संज्ञान?

Click to start listening
क्या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर लिया संज्ञान?

सारांश

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने झारखंड में सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर गंभीरता से संज्ञान लिया है। आयोग ने गोड्डा के प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। क्या यह मामला मानवाधिकारों के उल्लंघन का है? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • एनएचआरसी ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर संज्ञान लिया।
  • गोड्डा प्रशासन से चार हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई।
  • विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
  • स्थानीय लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

रांची, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने झारखंड के गोड्डा जिले में सामाजिक-राजनीतिक रूप से सक्रिय सूर्या हांसदा के कथित पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने की घटना पर गंभीर संज्ञान लिया है। आयोग ने गोड्डा के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से चार हफ्तों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है।

इस मामले में आजसू पार्टी की ओर से आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई थी। आयोग के अनुसार, शिकायत में लगाए गए आरोपों का प्रथम दृष्टा मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन होने का संकेत मिलता है। आयोग ने गोड्डा के डीसी और एसपी को 2 सितंबर को नोटिस जारी कर कार्रवाई रिपोर्ट 30 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।

आयोग ने विशेष जांच दल गठित करने के निर्देश भी दिए हैं। नोटिस में गोड्डा पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार मुठभेड़ की जानकारी निर्धारित समय में क्यों नहीं दी गई। सूर्या हांसदा को गोड्डा जिले की पुलिस ने 10 अगस्त को देवघर जिले में उनके घर से उठाया और 11 अगस्त को बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में उनके एनकाउंटर में मारे जाने का दावा किया।

उनके परिजनों के अनुसार, सूर्या बीमार थे और इलाज कराकर लौटे थे, लेकिन गिरफ्तारी के बाद उनका न मेडिकल परीक्षण हुआ और न ही कोर्ट में पेशी। सूर्या हांसदा का राजनीतिक करियर विभिन्न पार्टियों से जुड़ा रहा। उन्होंने पहली बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा से चुनाव लड़ा। 2014 में भी इसी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे। 2019 में भाजपा से चुनाव लड़ा, लेकिन दूसरे स्थान पर रहे। 2024 में भाजपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) से चुनाव लड़ा, लेकिन किसी भी चुनाव में जीत नहीं हासिल कर पाए।

हाल ही में सूर्या हांसदा के खिलाफ साहिबगंज के मिर्जाचौकी थाना और गोड्डा के ललमटिया थाना में कई गंभीर अपराधों में एफआईआर दर्ज की गई थी। उनके कथित एनकाउंटर के बाद स्थानीय लोग और परिवार के सदस्य निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

Point of View

NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

सूर्या हांसदा कौन थे?
सूर्या हांसदा झारखंड में एक सामाजिक-राजनीतिक व्यक्ति थे जिनका एनकाउंटर हाल ही में हुआ।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने क्या कदम उठाए हैं?
एनएचआरसी ने गोड्डा के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से चार हफ्तों में रिपोर्ट मांगी है और विशेष जांच दल गठित किया है।
क्या इस मामले में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है?
आयोग के अनुसार शिकायत में लगाए गए आरोपों से मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन होने का संकेत मिलता है।