क्या नोएडा पुलिस पर वकील को अवैध हिरासत में रखने का आरोप सच है? सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

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क्या नोएडा पुलिस पर वकील को अवैध हिरासत में रखने का आरोप सच है? सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

सारांश

क्या नोएडा पुलिस ने वकील को अवैध हिरासत में रखा? जानिए इस गंभीर मामले में सुप्रीम कोर्ट का क्या कहना है। सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया गया है, और अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।

Key Takeaways

  • सुप्रीम कोर्ट ने वकील की याचिका पर संज्ञान लिया है।
  • पुलिस द्वारा अवैध हिरासत का आरोप गंभीर है।
  • अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।
  • यह मामला व्यक्तिगत स्वतंत्रता से जुड़ा है।
  • पुलिस पावर के दुरुपयोग की जांच आवश्यक है।

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सुप्रीम कोर्ट ने एक वकील की याचिका पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर, संबंधित एसीपी और एसएचओ को नोटिस जारी किया है।

यह मामला नोएडा सेक्टर-126 पुलिस स्टेशन में कथित अवैध हिरासत और यौन उत्पीड़न से संबंधित है।

याचिकाकर्ता वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 13 दिसंबर की रात उन्हें पुलिस द्वारा लगभग 14 घंटे तक अवैध रूप से हिरासत में रखा गया, जबकि उन्होंने केवल अपने मुवक्किल के पक्ष में कानूनी दायित्व निभाया था। वकील का आरोप है कि उन्हें पुलिस हिरासत में मानसिक और यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया गया। वकील ने इसे मौलिक अधिकारों का खुला उल्लंघन बताया।

जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एनवी अंजारिया की दो सदस्यीय पीठ ने वकील की ओर से पेश की गई दलीलों को सुना और प्राथमिक तौर पर मामले को गंभीर माना। इसके बाद कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

अदालत ने यह स्पष्ट किया कि यह मामला व्यक्तिगत स्वतंत्रता, विधिक पेशे के अधिकार और पुलिस पावर के दुरुपयोग जैसे महत्वपूर्ण प्रश्नों से जुड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकरण की जांच और जवाब आवश्यक है। इस मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी को निर्धारित की गई है।

वकील ने बताया कि रात के समय में उन्हें पुलिस स्टेशन में लगभग 14 घंटे तक हिरासत में रखा गया। अपनी हिरासत को अवैध बताते हुए वकील ने कहा कि यह सब केवल अपने मुवक्किल के प्रति एक वकील के रूप में अपने पेशेवर ड्यूटी को निभाने के लिए किया गया। वकील ने अपनी याचिका में गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस हिरासत के दौरान उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया।

Point of View

NationPress
19/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या वकील को अवैध हिरासत में रखा गया?
हाँ, वकील ने आरोप लगाया है कि उन्हें लगभग 14 घंटे तक अवैध हिरासत में रखा गया।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में क्या कदम उठाए?
सुप्रीम कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है और जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
इस मामले की अगली सुनवाई कब होगी?
इस मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी को निर्धारित की गई है।
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