क्या सबरीमाला गोल्ड प्लेट स्कैम में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया?

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क्या सबरीमाला गोल्ड प्लेट स्कैम में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया?

सारांश

सबरीमाला मंदिर में गोल्ड प्लेट स्कैम के मामले में केरल पुलिस की अपराध शाखा ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उच्च न्यायालय द्वारा गठित विशेष जांच टीम मामले की गहनता से जांच कर रही है। क्या यह घोटाला और बड़ा है?

Key Takeaways

  • केरल पुलिस ने गोल्ड प्लेट स्कैम में मामला दर्ज किया।
  • 10 लोगों के खिलाफ आरोप हैं।
  • विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।
  • कांग्रेस और भाजपा ने देवस्वोम मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
  • मामले में आगे की जांच की जा रही है।

तिरुवनंतपुरम, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल पुलिस की अपराध शाखा ने सबरीमाला मंदिर में संदिग्ध गोल्ड प्लेट स्कैम के मामले में शनिवार को औपचारिक रूप से मामला दर्ज किया।

इससे पहले, केरल उच्च न्यायालय ने अपराध शाखा प्रमुख, पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक एच. वेंकटेश के नेतृत्व में पांच पुलिस अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम गठित की थी।

अब आगे की कार्रवाई के लिए मामला वेंकटेश को सौंप दिया गया है।

इस मामले में जिन 10 लोगों को नामजद किया गया है, उनमें 'स्पॉन्सर' उन्नीकृष्णन पोट्टी, उनके सहयोगी और देवस्वोम बोर्ड के अधिकारी शामिल हैं।

इन आरोपों में चोरी, जालसाजी, विश्वासघात और आपराधिक षड्यंत्र शामिल हैं।

प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि 19 और 20 जुलाई, 2019 को सोने की प्लेटों को बदलने के दौरान प्रक्रियात्मक उल्लंघन हुआ था।

देवस्वोम सतर्कता रिपोर्ट अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत का संकेत देती है।

कथित तौर पर, मानक प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए, सोने की प्लेटों (द्वार पर चढ़ी सोने की परत) को दस दिनों के भीतर केरल से बेंगलुरु और फिर हैदराबाद ले जाया गया।

हालांकि प्रारंभिक सतर्कता रिपोर्ट में 989 ग्राम सोना गायब बताया गया था, लेकिन बाद के निष्कर्षों से पता चलता है कि वास्तविक मात्रा कहीं अधिक हो सकती है।

तिरुवभरणम आयुक्त द्वारा रखे गए महाजार रिकॉर्ड से संकेत मिलता है कि मूल प्लेटों की अदला-बदली हुई है या इसका कहीं और उपयोग किया गया हो सकता है।

प्लेटिंग का काम संभालने वाली फर्म, स्मार्ट क्रिएशन्स की भूमिका अब जांच के दायरे में है।

हालांकि कंपनी का दावा है कि वह सोना नहीं पिघलाती, उसने अपने नियमित ग्राहक पोट्टी की ओर से ऐसा करने की बात स्वीकार की है।

विशेष जांच दल (एसआईटी), यह पता लगाने के लिए वैज्ञानिक परीक्षण करेगा कि मूल सोने की प्लेटों को पिघलाया गया था या बदल दिया गया था।

केरल के सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक से जुड़े इस मामले में और गिरफ्तारियों होने की संभावना है।

जब से यह घोटाला सामने आया है, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ और भाजपा दोनों ही देवस्वोम मंत्री वी.एन. वासवन और देवस्वोम बोर्ड के सदस्यों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

विधानसभा सत्र के पिछले चार दिन हंगामे में समाप्त हुए, जिसमें कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ विपक्षी पार्टी ने यह मुद्दा उठाया।

Point of View

हमें इस मामले की गंभीरता को समझना चाहिए। यह केवल एक घोटाला नहीं है, बल्कि यह हमारे धार्मिक प्रतीकों और विश्वासों के साथ सीधे जुड़ा हुआ है। हमें इस मामले में निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए और दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।
NationPress
11/10/2025

Frequently Asked Questions

सबरीमाला गोल्ड प्लेट स्कैम क्या है?
यह एक घोटाला है जिसमें सबरीमाला मंदिर में सोने की प्लेटों के साथ धोखाधड़ी की गई है।
कितने लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है?
इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
विशेष जांच टीम के प्रमुख कौन हैं?
विशेष जांच टीम के प्रमुख पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक एच. वेंकटेश हैं।
इस मामले में क्या आरोप हैं?
इस मामले में चोरी, जालसाजी, विश्वासघात और आपराधिक षड्यंत्र के आरोप हैं।
क्या और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं?
हाँ, इस मामले में और गिरफ्तारी की संभावना है।