क्या योग ने संदीपा धर को आज के पल में जीने की ताकत दी?

सारांश
Key Takeaways
- योग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- योग से वर्तमान पल में जीने की कला सीखी जा सकती है।
- योग केवल आसनों तक सीमित नहीं है, यह आत्मा को जोड़ने का भी माध्यम है।
मुंबई, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। कई फ़िल्मों और टीवी शो का हिस्सा रहीं एक्ट्रेस संदीपा धर ने अपनी योग यात्रा को अद्भुत बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार समय के साथ उनका योग के प्रति दृष्टिकोण विकसित हुआ और मजबूत हुआ।
संदीपा ने कहा कि पहले उनके लिए योग केवल एक व्यायाम था, लेकिन अब यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। योग ने उन्हें न सिर्फ शारीरिक रूप से फिट रखा, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी दिया है। योग के माध्यम से, वह खुद से अधिक जुड़ाव महसूस करती हैं।
इस विषय पर बात करते हुए संदीपा ने कहा, "लगभग दस साल पहले मैंने योग मैट पर कदम रखा था, उस समय मेरा उद्देश्य केवल वजन कम करना और फिट रहना था। मैंने पावर योग को चुना क्योंकि यह तेज़, प्रभावी और त्वरित परिणाम देने वाला था। लेकिन उन शुरुआती योगासनों से अब तक के सफर में, योग ने मुझे कई महत्वपूर्ण बातें सिखाई हैं, जिनका मुझे पहले पता नहीं था। मैं गलत तरीके से सांस ले रही थी।"
संदीपा के लिए योग अब केवल शरीर को फिट करने का तरीका नहीं रहा; यह उनके लिए एक ऐसा माध्यम बन गया है जिससे उन्होंने सांस लेने जैसी सबसे आवश्यक और मौलिक चीज़ को गहराई से समझा है। योग ने उन्हें वर्तमान पल में जीने की कला सिखाई है।
संदीपा ने आगे कहा, "यह सुनने में सरल लगता है, है ना? लेकिन आज की तेज़ रफ़्तार दुनिया में, हम सही तरीके से सांस लेना भी भूल गए हैं। योग ने न केवल मेरे शरीर को संतुलित किया है, बल्कि मुझे मेरी सांस भी वापस दी है। इस तरह, मुझे आज के पल में जीने की शक्ति मिली है। खुद को स्थिर और मज़बूत महसूस करने का अनुभव मिला है।"
अभिनेत्री ने कहा, "योग केवल आसन करने या कैलोरी बर्न करने के बारे में नहीं है। यह खुद से जुड़ने और अपने असली होने का एहसास करने के लिए है।"