क्या योग गुरु प्रीति शर्मा का मानना है कि योग से शांति और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है?

सारांश
Key Takeaways
- योग
- योग से तनाव और चिंता में कमी आती है।
- स्वास्थ्य और शांति का समाधान योग में है।
- नियमित योगाभ्यास से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है।
- योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। योग गुरु प्रीति शर्मा का कहना है कि योग एक ऐसा माध्यम है जो हमें हमारी असीमित शक्ति से जोड़ता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को उन्होंने साझा किया कि वर्तमान समय में तनाव, चिंता और ध्यान भटकाने वाली चीजों के बीच, योग और ध्यान ही एकमात्र उपाय हैं जो हमें मन की शांति और खुशहाल जीवन दे सकते हैं।
प्रीति ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा, “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि इसके मानसिक और आध्यात्मिक लाभ भी गहरे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि 2014 के बाद से योग के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। कई लोग अब ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से योग से जुड़ रहे हैं। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि परिवर्तन तब आता है जब कोई व्यक्ति योग को नियमित रूप से अपनाता है। भारत में लोग शुरुआत तो उत्साह से करते हैं, लेकिन कई बार बीच में छोड़ देते हैं। इससे मधुमेह, रक्तचाप जैसी समस्याएँ फिर से उत्पन्न हो जाती हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग योग में अधिक निरंतरता दिखाते हैं, क्योंकि उनके जीवन में व्याकुलता कम होती है। लेकिन युवा अक्सर योग को केवल शारीरिक व्यायाम मानते हैं।
विश्व योग दिवस (21 जून) की महत्ता पर बात करते हुए प्रीति ने कहा कि यह दिन पूरी दुनिया में योग के प्रति जागरूकता फैलाता है। जब पूरी दुनिया एक दिन योग का उत्सव मनाती है, तो लोगों का ध्यान इसकी ओर जाता है। यह लोगों को बताता है कि स्वास्थ्य और शांति का समाधान योग में है। योग दिवस उत्साह और प्रेरणा लाता है। उन्होंने बताया कि इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों में विशेष योग कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो लोगों को प्रेरित करते हैं।
प्रीति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, “जब हमारे प्रधानमंत्री, जिनका हर मिनट कीमती है, हर दिन योग करते हैं, तो यह आम लोगों के लिए बड़ा संदेश है। अगर पीएम योग को इतना बढ़ावा दे रहे हैं, तो इसके पीछे कुछ विशेष होगा।”
उन्होंने कहा कि योग ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। योग करने से पहले मैं इतनी समर्पित नहीं थी। लेकिन जब मैंने देखा कि मधुमेह, रक्तचाप, गठिया जैसे रोग योग, ध्यान, प्राणायाम और आयुर्वेद से ठीक हो रहे हैं, तो मैं पूरी तरह योग के प्रति समर्पित हो गई।
प्रीति ने आम लोगों के लिए दो सरल योग अभ्यास सुझाए। पहला, अनुलोम-विलोम प्राणायाम, जो तनाव को कम करता है। उन्होंने कहा, “10 मिनट का अनुलोम-विलोम 50 प्रतिशत तनाव को दूर कर सकता है, क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र को शांत करता है।”
उनके अनुसार, दूसरा, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन और त्रिकोणासन जैसे आसन, जो शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं। यदि किसी के पास 20-25 मिनट भी हों, तो रोज योग करने से 100 प्रतिशत लाभ मिलेगा।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन को शांति और आत्मा को मजबूत करता है। यह हमारी प्राचीन धरोहर है, जिसे हर व्यक्ति को अपनाना चाहिए।
प्रीति ने कहा कि योग दिवस के अवसर पर लोग सामूहिक योग सत्रों में शामिल होकर इसकी शुरुआत कर सकते हैं।