क्या बिहार में सुभासपा के चुनाव लड़ने से राजद और कम्युनिस्ट पार्टी का खेल खराब हुआ?: अरविंद राजभर
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने बिहार चुनाव में भारी जीत दर्ज की।
- सुभासपा का चुनाव में उतरना अन्य दलों के लिए चुनौती बनी।
- बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के कार्यों को सराहा।
- सुभासपा ने दो लाख से अधिक वोट प्राप्त किए।
- राजद और कम्युनिस्ट पार्टी को नुकसान हुआ।
लखनऊ, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने शानदार जीत हासिल की है। नतीजों के बाद राजनेताओं की प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने एनडीए की इस जीत पर गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व को बधाई दी। उन्होंने यह भी कहा कि सुभासपा के चुनावी मैदान में उतरने से राजद और कम्युनिस्ट पार्टी का खेल बिगड़ गया है।
अरविंद राजभर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "एनडीए की इस प्रचंड जीत का श्रेय मैं बिहार की जनता को देता हूँ। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों से प्रभावित होकर मतदान किया और हमें प्रचंड बहुमत दिया। इस नतीजे के लिए हम शीर्ष नेतृत्व को बधाई देते हैं और बिहार के जनमानस को भी धन्यवाद कहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "सुभासपा ने बिहार चुनाव में चुनावी रण में कदम रखा। शीर्ष नेतृत्व से अनुमति लेकर हमने आगे बढ़ने का निर्णय लिया। सुभासपा ने बिहार में चुनाव लड़ा और हमें दो लाख से अधिक वोट मिले। यह सुभासपा का बिहार में पहला चुनाव था। हमारी स्थिति मजबूत रही और हमारे चुनाव लड़ने से कहीं न कहीं राजद और कम्युनिस्ट पार्टी का खेल बिगड़ गया।"
राजभर ने कहा, "कई ऐसी सीटें हैं, जहां हमें जितना वोट मिला, उतनी ही संख्या में अन्य दलों की हार हुई है। इस रणनीति से एनडीए सरकार को लाभ हुआ। हम चुनाव लड़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहे और पार्टी को बचाने में भी मदद की, ताकि भविष्य में चुनाव लड़ने में कोई बाधा न आए। हमने बिहार चुनाव में अपने प्रत्याशियों को खड़ा करके भाजपा का समर्थन किया।"