क्या तेज प्रताप यादव की भूमिका सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव का बयान उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
- उनकी भूमिका सर्वोच्च न्यायालय और जनता द्वारा तय की जाएगी।
- पारिवारिक राजनीति में संघर्ष आम बात है।
- सोशल मीडिया पर अफवाहों से सतर्क रहने की सलाह दी गई।
- तेज प्रताप यादव का निष्कासन पारिवारिक मूल्यों पर सवाल उठाता है।
पटना, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चेतावनी देते हुए कहा कि मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।
तेज प्रताप यादव ने अपने पोस्ट में एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें वह सफेद कुर्ता और सिर पर हरी टोपी पहने हुए हैं, और अपने पिता लालू यादव की तस्वीर को देख रहे हैं।
उन्होंने लिखा, "मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालों, ये न समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं। तुमने शुरुआत की है, अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब के इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं, सच सामने आने वाला है। मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं..."
यह उल्लेखनीय है कि लालू यादव ने पिछले महीने तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियां, लोक आचरण और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं हैं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी कोई भूमिका नहीं रहेगी।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़ा एक कथित पोस्ट वायरल हुआ था, जिसमें एक युवती के साथ उनकी तस्वीर दिखाई गई थी। हालांकि, इस पोस्ट से जुड़े स्क्रीनशॉट के वायरल होने के कुछ घंटे बाद, तेज प्रताप यादव ने सफाई दी।
उन्होंने लिखा, "मेरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को हैक करके मेरी तस्वीरों को गलत तरीके से एडिट कर मुझे और मेरे परिवार को परेशान एवं बदनाम किया जा रहा है। मैं अपने शुभचिंतकों और अनुयायियों से अपील करता हूं कि वे सतर्क रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।"