क्या उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सबसे उत्कृष्ट है? : जगदंबिका पाल

सारांश
Key Takeaways
- इटावा में कथावाचक के साथ दुर्व्यवहार
- जगदंबिका पाल की कानून व्यवस्था पर टिप्पणी
- सियासत में हलचल
- प्रशासन की कठोर कार्रवाई का आश्वासन
- पाकिस्तान के दोहरे चरित्र का उल्लेख
नई दिल्ली, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना ने सियासत में हलचल मचा दी है। इस मामले पर भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को सर्वश्रेष्ठ बताया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले में कठोर कार्रवाई करेगा।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सर्वाधिक प्रभावशाली है। अगर कोई कानून तोड़ने की कोशिश करेगा या अपमानित करेगा, तो शासन और प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
उन्होंने संजय राउत और कांग्रेस पार्टी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, "संजय राउत और कांग्रेस पार्टी अपने बयानों से भारत का अपमान करने का प्रयास कर रहे हैं। आज पूरा विश्व भारत से सीख रहा है। हमारी सशस्त्र सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों को सही निशाना बनाकर नष्ट कर दिया है। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संदेश है।"
जगदंबिका पाल ने पाकिस्तान के दोहरे चरित्र को उजागर करते हुए कहा कि एक ओर पाकिस्तान डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार देने की वकालत कर रहा था, वहीं दूसरी ओर उसने अमेरिका की आलोचना की। उन्होंने भारत की नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान युद्ध नहीं, बल्कि शांति है। भारत ने ईरान और इजरायल के बीच शांति की अपील की है।
गौरतलब है कि इटावा के थाना बकेवर क्षेत्र के दान्दरपुर गांव में कथा के दौरान कथावाचक और उनके सदस्यों के साथ किसी ने जाति पूछ ली। इसके बाद हुई कहासुनी में ग्रामीणों ने कथावाचक के बाल काट दिए और नाक भी रगड़वाई। इस घटना ने सियासत में तेज हलचल पैदा कर दी है।