क्या आधार ऑथेंटिकेशन लेनदेन नवंबर में 8.47 प्रतिशत बढ़ा?
सारांश
Key Takeaways
- आधार ऑथेंटिकेशन लेनदेन में 8.47 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- नवंबर में कुल 231 करोड़ लेनदेन हुए।
- आधार का उपयोग डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण है।
- ई-केवाईसी लेनदेन में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग पेंशनभोगियों द्वारा 60 प्रतिशत जीवन प्रमाणपत्रों में किया गया।
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आधार ऑथेंटिकेशन लेनदेन की संख्या नवंबर में सालाना आधार पर 8.47 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हो गई है। यह आधार के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास का भी संकेत है। यह जानकारी मंगलवार को सरकार की ओर से साझा की गई।
इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने बताया कि पिछले महीने आधार ऑथेंटिकेशन लेनदेन इस वित्त वर्ष के किसी अन्य महीने की तुलना में सबसे अधिक रहे हैं। अक्टूबर में यह संख्या 219.51 करोड़ थी।
मंत्रालय ने कहा, "बढ़ते उपयोग से यह स्पष्ट होता है कि कैसे आधार प्रभावी कल्याणकारी योजनाओं के वितरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का लाभ उठाया जा रहा है।"
इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय के अनुसार, आधार फेस ऑथेंटिकेशन सॉल्यूशंस में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। नवंबर के दौरान पेंशनभोगियों द्वारा जारी किए गए लगभग 60 प्रतिशत डिजिटल जीवन प्रमाणपत्रों में आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग किया गया है।
यूआईडीएआई का यह एआई आधारित फेस ऑथेंटिकेशन का तरीका एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफार्मों पर कार्य करता है। यह उपयोगकर्ताओं को केवल एक फेस स्कैन से अपनी पहचान सत्यापित करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित होता है।
मंत्रालय ने बताया कि नवंबर 2025 में 28.29 करोड़ फेस ऑथेंटिकेशन लेनदेन किए गए, जबकि 2024 में इसी अवधि में ऐसे लेनदेन की संख्या 12.04 करोड़ थी।
नवंबर के दौरान ई-केवाईसी लेनदेन में भी वृद्धि देखी गई है। महीने के दौरान 47.19 करोड़ ऐसे लेनदेन दर्ज किए गए, जो नवंबर 2024 की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक हैं। आधार ई-केवाईसी सेवा ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और बैंकिंग एवं गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवाओं में व्यापार में सुगमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।