क्या भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और आठ ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगी?

सारांश
Key Takeaways
- भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
- यह आठ ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
- आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
- नागरिकों की आय में सुधार होगा।
- भारत वैश्विक स्तर पर अपनी स्वीकृति बढ़ाएगा।
नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में 6.5 प्रतिशत की दर से विकसित हो रही है और भविष्य में इसका आकार आठ ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। यह जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को साझा की।
हरदीप सिंह पुरी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत करते हुए बताया, "भारत अब दो ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील हो चुका है और 6.5 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर पर बढ़ रहा है। इसी रफ्तार से, आने वाले समय में भारत आठ ट्रिलियन डॉलर की आर्थिक शक्ति बन जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "देश में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि से नागरिकों पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। नागरिकों की आय में भी वृद्धि होती है। दुनिया आपस में जुड़ी हुई है, इसलिए गुड्स और सर्विसेज का आदान-प्रदान भी बढ़ेगा।"
केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि आर्थिक विकास से देश की वैश्विक मान्यता में वृद्धि होती है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2025 तक भारत की नॉमिनल जीडीपी बढ़कर 4,187.017 अरब डॉलर हो जाएगी, जबकि जापान की जीडीपी का आकार 4,186.431 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार, आने वाले वर्षों में भारत जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। 2027 तक, भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर सकती है, जिसमें जीडीपी का आकार 5,069.47 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। वहीं, 2028 तक भारत की जीडीपी 5,584.476 अरब डॉलर होने की संभावना है, जबकि इस दौरान जर्मनी की जीडीपी का आकार 5,251.928 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
आईएमएफ के अनुसार, 2025 में अमेरिका 30,507.217 अरब डॉलर के आकार के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा, जबकि चीन 19,231.705 अरब डॉलर के साथ दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।