क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैपिटल मार्केट्स के प्रतिनिधियों के साथ प्री-बजट बैठक की?
सारांश
Key Takeaways
- वित्त मंत्री का उद्योगों से संवाद करना महत्वपूर्ण है।
- प्री-बजट चर्चा का उद्देश्य बजट को बेहतर बनाना है।
- विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की राय लेना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कैपिटल मार्केट के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण प्री-बजट बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बजट के लिए आवश्यक इनपुट प्राप्त करना था।
बैठक में बाजार से जुड़े लोगों की चिंताओं और उम्मीदों पर विशेष ध्यान दिया गया। वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी केंद्रीय बजट 2026-27 के संदर्भ में कैपिटल मार्केट के पक्षकारों के साथ चौथी प्री-बजट बैठक की अध्यक्षता की।"
इस बैठक में वित्त मंत्री के साथ, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव और मुख्य आर्थिक सलाहकार भी शामिल थे।
यह प्री-बजट चर्चा वित्त मंत्रालय द्वारा विभिन्न उद्योगों के साथ आयोजित बैठकों की श्रृंखला का एक हिस्सा है।
जानकारी के अनुसार, वित्त मंत्री मंगलवार को स्टार्टअप और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगी।
19 नवंबर को बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (बीएफएसआई) और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से बातचीत होगी। वित्त मंत्री 20 नवंबर को हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म इंडस्ट्रीज के सदस्यों और विभिन्न लेबर यूनियन के साथ बैठक करेंगी।
इसके अलावा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी और शहरी विकास के प्रतिनिधि वित्त मंत्री से 21 नवंबर को मुलाकात करेंगे।
पिछले हफ्ते, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की थी।
इस बैठक में मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन और आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के कई वरिष्ठ अधिकारी और अर्थशास्त्री शामिल हुए थे।
वहीं, वित्त मंत्री ने बुधवार को तीसरी प्री-बजट बैठक की अध्यक्षता की और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के प्रतिनिधियों के साथ आगामी बजट के लिए चर्चा की।
इस बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
प्री-बजट चर्चा के तहत सरकार आने वाले बजट के लिए इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों और अन्य पक्षकारों के साथ लगातार बैठक कर रही है।