क्या कमजोर एशियाई संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला?

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क्या कमजोर एशियाई संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला?

सारांश

क्या भारतीय शेयर बाजार कमजोर एशियाई संकेतों के चलते लाल निशान में खुला? जानें इस महत्वपूर्ण विश्लेषण में शेयर बाजार में गिरावट के कारण और निवेशकों की संभावित प्रतिक्रिया के बारे में।

Key Takeaways

  • सेंसेक्स में गिरावट देखी गई है।
  • निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
  • ईरान पर अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान ने चिंता बढ़ाई है।
  • अमेरिकी अस्थिरता सूचकांक में गिरावट आई है।
  • खुदरा निवेशकों की सक्रियता से बाजार में स्थिरता बनी हुई है।

मुंबई, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। कमजोर एशियाई संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को लाल निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी और फार्मा सेक्टर में बिकवाली का सामना किया गया।

सुबह लगभग 9:28 बजे, सेंसेक्स में 186.35 अंक या 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,609.80 पर कारोबार हो रहा था, जबकि निफ्टी 68.20 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,878.30 पर था।

निफ्टी बैंक 30.10 अंक या 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,914.80 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 36.40 अंक या 0.06 प्रतिशत नीचे 58,732.10 पर था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 66.30 अंक या 0.36 प्रतिशत की कमी के साथ 18,482.90 पर था।

विश्लेषकों के अनुसार, ईरान पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया टिप्पणी ने भू-राजनीतिक परिदृश्य के प्रति निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। ईरान-इजराइल संघर्ष के बढ़ने के बावजूद, शेयर बाजार स्थिर बने हुए हैं।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी अस्थिरता सूचकांक सीबीओई में गिरावट यह संकेत देती है कि जब तक संघर्ष में कोई बड़ा मोड़ नहीं आता, तब तक बाजार में कोई बड़ी गिरावट नहीं आने वाली।

जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "बाजार की मजबूती का मुख्य कारण खुदरा निवेशकों की सक्रियता है, जो हर गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखते हैं।"

इस बीच, सेंसेक्स पैक में एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, पावरग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, टीसीएस और एचसीएल टेक टॉप गेनर्स रहे। वहीं, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाइटन और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स रहे।

संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 16 जून को 2,287.69 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,607.64 करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी।

एशियाई बाजारों में, बैंकॉक, जकार्ता, जापान और सोल हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि हांगकांग और चीन लाल निशान में थे।

अमेरिकी बाजारों में, पिछले कारोबारी सत्र में डॉव जोन्स 317.30 अंक या 0.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42,515.09 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 56.14 अंक या 0.94 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,033.11 पर और नैस्डैक 294.39 अंक या 1.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,701.21 पर बंद हुआ।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू होगी और बुधवार को समाप्त होगी। बैठक के अंत में केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों को वर्तमान स्तर पर बनाए रखने की संभावना है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्राइम रिसर्च प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा, "मुद्रास्फीति में कमी के हालिया संकेतों और निरंतर आर्थिक मजबूती को देखते हुए ब्याज दरों के भविष्य को लेकर अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के कमेंट्स पर बारीकी से ध्यान दिया जाएगा।"

Point of View

मैं यह कह सकता हूँ कि वर्तमान में बाजार की गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे कि वैश्विक आर्थिक स्थिति और भू-राजनीतिक तनाव। हमें यह समझना होगा कि बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है, लेकिन सही जानकारी और रणनीति के साथ हम इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में वर्तमान स्थिति क्या है?
भारतीय शेयर बाजार कमजोर एशियाई संकेतों के चलते लाल निशान में खुला है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
निवेशकों को वर्तमान स्थिति का ध्यान रखते हुए सतर्कता बरतनी चाहिए।
बाजार में गिरावट के पीछे क्या कारण हैं?
गिरावट के कारण भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी बाजारों की स्थिति है।