क्या लाइव परफॉर्मेंस चुनौतीपूर्ण लेकिन मजेदार होती है? : जोनिता गांधी

सारांश
Key Takeaways
- लाइव परफॉर्मेंस में कई चुनौतीपूर्ण कारक होते हैं।
- ऑडियंस के साथ जुड़ाव को बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
- सिर्फ गाना ही नहीं, बल्कि प्रस्तुति का ध्यान रखना भी आवश्यक है।
मुंबई, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्लेबैक सिंगर जोनिता गांधी वर्तमान में अपने नए गाने 'बेपरवाई' की सफलता का जश्न मना रही हैं। राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने लाइव ऑडियंस के सामने परफॉर्म करने के अनुभव को साझा किया।
जोनिता गांधी ने बताया कि जब वे लाइव परफॉर्म करती हैं, तो उन्हें हमेशा सावधान रहना होता है, क्योंकि स्टेज पर गाते समय कई चीजें एक साथ होती हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक है।
उन्होंने कहा, 'लाइव गाना गाते समय अत्यधिक ध्यान और तैयारी की आवश्यकता होती है, क्योंकि आपको केवल एक ही अवसर मिलता है। स्टेज पर गाते समय सब कुछ सही करना होता है, और इसके लिए कोई दूसरा मौका नहीं होता। जबकि स्टूडियो में गाने के दौरान आप बार-बार रीटेक ले सकते हैं। यदि कुछ गलत हो जाए या कुछ अच्छा न लगे, तो आप उसे सुधार सकते हैं और फिर से गा सकते हैं। लेकिन लाइव परफॉर्मेंस में ऐसा नहीं होता, आपको एक ही बार में सब कुछ सही करना होता है, और यही बात इसे मजेदार और चुनौतीपूर्ण बनाती है।'
लाइव परफॉर्मेंस में कई चुनौतियाँ होती हैं। केवल गाना ही नहीं, बल्कि कलाकार को और भी कई चीजों का ध्यान रखना होता है। उन्हें विशेष रूप से दिखना होता है और स्टेज प्रोडक्शन का भी ध्यान रखना पड़ता है। इन सभी चीजों का एक साथ प्रबंधन करना कठिन होता है। इस पर जोनिता ने कहा, 'जब आप लाइव परफॉर्म करते हैं, तो सिर्फ गाना नहीं होता, इसके साथ बहुत सारी चीजें होती हैं, जैसे लाइटिंग, कोरियोग्राफी, आउटफिट, चेहरे के एक्सप्रेशन, इन सबका ध्यान रखना पड़ता है। स्टूडियो में गाते समय, इन चीजों की आवश्यकता नहीं होती। वहां आप बस गाना गाते हैं या कुछ नया बनाते हैं। लेकिन स्टेज पर ये सभी चीजें महत्वपूर्ण होती हैं। इन्हें एक बोझ की तरह नहीं, बल्कि एक अवसर मानना चाहिए। इनका सही उपयोग करके आप अपनी परफॉर्मेंस को एक शानदार अनुभव में बदल सकते हैं। इससे ऑडियंस के साथ जुड़ाव बढ़ता है।'