क्या अदरक से लेकर तुलसी तक, ये 5 आयुर्वेदिक नुस्खे आपको अंदर से मजबूत बनाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अदरक से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
- हल्दी शरीर को अंदर से साफ करती है।
- गिलोय कई बीमारियों से बचाता है।
- त्रिफला विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
- तुलसी बैक्टीरिया और वायरस से लड़ती है।
नई दिल्ली, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान की तेज रफ्तार जिंदगी, तनाव और अनुचित खान-पान के कारण कई बार हमारी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे सामान्य खांसी, जुकाम से लेकर गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों इस बात पर जोर देते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखना आवश्यक है, ताकि हम स्वस्थ और सक्रिय रह सकें। इसके लिए अपने रोजमर्रा के जीवन में कुछ सरल, लेकिन प्रभावी घरेलू उपायों को अपनाना होगा।
आयुर्वेद में अदरक को गुणों से भरपूर माना गया है। अदरक में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो सूजन कम करते हैं और शरीर को हानिकारक तत्वों से लड़ने में मदद करते हैं। इसका सेवन करना बेहद आसान भी है। रोजाना सुबह खाली पेट अदरक के छोटे टुकड़े चबाएं या फिर इसका रस निकालकर उसमें नींबू मिलाकर पी सकते हैं। अदरक को आप अपने भोजन में भी शामिल कर सकते हैं, जिससे खाने का स्वाद बढ़ेगा और इम्यूनिटी भी मजबूत होगी।
हल्दी औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है। हल्दी में एक सक्रिय पदार्थ होता है जो शरीर के अंदर सूजन को कम करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर रोज पीने से न केवल इम्यूनिटी मजबूत होती है, बल्कि यह हमारे शरीर को अंदर से साफ भी करता है।
गिलोय भी आयुर्वेद में एक प्रसिद्ध औषधि है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। गिलोय में प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण होते हैं। आप गिलोय की बेल को सीधे चबा सकते हैं या इसके पत्तों का रस निकालकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, गिलोय के पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पीने से भी लाभ होता है। यह न केवल आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करता है बल्कि शरीर को कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है।
त्रिफला, जो तीन प्रकार के सूखे फलों का मिश्रण होता है, भी हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और इम्यूनिटी को दुरुस्त करता है। इसका सेवन करने का तरीका भी आसान है: रातभर एक गिलास पानी में त्रिफला पाउडर भिगोकर सुबह खाली पेट पीना चाहिए। अगर आप चाहें तो इसे दूध में भी मिला सकते हैं, जिससे यह और भी असरदार हो जाता है।
तुलसी भी शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करती है। तुलसी में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ते हैं। रोजाना सुबह तुलसी की ताजा पत्तियां चबाना या तुलसी के रस में थोड़ा शहद मिलाकर पीना फायदेमंद होता है। तुलसी का पाउडर भी बनाया जा सकता है, जिसे आप दवा की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।