क्या यूपी में बरेली हिंसा पर मंत्री संजय निषाद का सख्त बयान है, 'देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं'?

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क्या यूपी में बरेली हिंसा पर मंत्री संजय निषाद का सख्त बयान है, 'देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं'?

सारांश

उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद ने तूल पकड़ लिया है। मंत्री संजय निषाद ने बरेली हिंसा पर कड़े शब्दों में कहा है कि देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। जानिए इस घटनाक्रम का पूरा सच और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।

Key Takeaways

  • संजय निषाद ने हिंसा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
  • बरेली हिंसा में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माहौल बिगाड़ने वालों को चेतावनी दी है।
  • कानपुर में विवाद पर हसन रूमी ने प्रतिक्रिया दी है।
  • प्रशासन ने इस मामले में कोई एफआईआर नहीं दर्ज की है।

ग्रेटर नोएडा/कानपुर, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद तेजी से बढ़ रहा है। कानपुर से शुरू हुए इस विवाद का प्रभाव प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी देखा जा रहा है। ग्रेटर नोएडा में एक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद ने बरेली हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है।

संजय निषाद ने बरेली हिंसा पर राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "इस देश में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। माफिया और आतंकवादियों के लिए कोई स्थान नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं और उन्हीं की सरकार है। पिछली सरकारों में तलवार से त्योहार मनाया जाता था। जिसे संस्कार से रहना है, वह रह सकता है, अन्यथा सलाखों के पीछे जाएगा। दंगाभ्रष्टाचारअपराध

वहीं, दूसरी तरफ कानपुर में हुए विवाद पर समाजवादी पार्टी के विधायक हसन रूमी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "कुछ लोग 2013 से ही सांप्रदायिक माहौल खराब कर राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। 'आई लव मोहम्मद' मामले में न तो कोई एफआईआर दर्ज हुई है और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस घटना से जुड़ा कोई मुकदमा नहीं है।"

उन्होंने बताया कि 25 लोगों के नाम एफआईआर में होने की चर्चा गलत है। किसी उपनिरीक्षक द्वारा अनजाने में कुछ नाम शामिल किए गए थे, लेकिन वह मामले का हिस्सा नहीं था। विवाद को बेवजह बढ़ाया जा रहा है, जबकि मामला खत्म हो चुका है। कुछ लोग राजनीतिक फायदा उठाने और भीड़ भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।

रूमी ने बरेली के संगठनों पर तंज करते हुए कहा कि वहां मेमोरेंडम देने की बात हो रही है, जबकि कानपुर में कोई कार्रवाई ही नहीं हुई।

बता दें कि बरेली में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और लाठीचार्ज करना पड़ा। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शने की चेतावनी दी है।

Point of View

NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

बरेली हिंसा के पीछे का कारण क्या है?
बरेली हिंसा का मुख्य कारण 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद बताया जा रहा है, जो कानपुर से शुरू हुआ।
क्या इस मामले में कोई गिरफ्तारी हुई है?
हां, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार किया गया है।
क्या प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई की है?
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस घटना से जुड़ा कोई मुकदमा नहीं है।